कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने के सुबूत नहीं है- पुलिस
इंदौर में गुजरात के स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी द्वारा हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। मामले में शुक्रवार को फारुकी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार करने वाली इंदौर पुलिस के पास अब तक इस बात का कोई वीडियो सुबूत नहीं है कि फारुकी हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी की थी। खुद पुलिस ने रविवार को इसकी पुष्टि की है। बता दें कि मामले में कई कॉमेडियनों ने फारुकी का समर्थन किया है।
फारुकी के खिलाफ नहीं मिले हैं कोई सुबूत- शर्मा
इंदौर के तुकोगंज थानाप्रभारी कमलेश शर्मा ने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत किए गए वीडियो ने वास्तव में एक अन्य कॉमेडियन द्वारा कथित तौर पर हिंदू देवता भगवान गणेश पर जोक सुनाते दिखाया गया है। फारुकी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "फारुकी के हिंदू देवी-देवताओं या केंद्रीय मंत्री अमित शाह का अपमानजनक टिप्पणी के कोई सबूत नहीं मिले हैं।"
फारुकी सहित पांच जनों को शुक्रवार को किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि हिंदू रक्षक संगठन के प्रमुख और स्थानीय भाजपा विधायक मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ की शिकायत के बाद पुलिस ने शुक्रवार को कॉमेडियन फारुकी और चार आयोजकों को गिरफ्तार किया गया था। एकलव्य ने फारुकी के कार्यक्रम में पहुंचकर उसे रुकवा दिया था और उनके खिलाफ पुलिस ने हिंदू देवी-देवताओं सहित गृह मंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी।
फारुकी के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज किया गया था मामला
एकलव्य ने आरोप लगाया था कि फारुकी बहुत ही सीरियल अपराधी है और वह अक्सर आयोजित कार्यक्रमों में हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक चुटकुले सुनाते हैं। उनकी शिकायत के आधार पर तुकोगंज पुलिस ने कॉमेडियन फारुकी के साथ आयोजकों में शामिल एडविन एंथोनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलिन यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295a , 298, 269, 188 और 34 के तहत मामला दर्ज किया था।
फारुकी ने नहीं की कोई अपमानजनक टिप्पणी- प्रत्यक्षदर्शी
इस बीच, विवादित शो में दर्शक के रूप में शामिल जोनोहा एग्नेस ने रविवार को सोशल मीडिया पर इस कार्यक्रम के बारे में लिखते हुए दावा किया कि फारुकी ने कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की थी। उन्होंने फारुकी का बचाव करते हुए कहा कि कार्यक्रम के दौरान किसी भी प्रकार से अपमानजनक टिप्पणी नहीं की गई थी। उनके बयान के बाद फारुकी के वकील ने कहा कि वह मामले में सोमवार को जमानत के लिए याचिका दायर करेंगे।
अन्य कॉमेडियनों ने की फारुकी की गिरफ्तारी की आलोचना
बता दें कि मामले में लोकप्रिय कॉमेडियन वरुण ग्रोवर, वीर दास, कनीज सुरखा, और रोहन जोशी ने फारुकी के समर्थन में आवाज उठाई और उनकी गिरफ्तारी की निंदा की। दास ने रविवार को ट्वीट किया, 'आप चुटकुले और हंसी नहीं रोक सकते। इसलिए नहीं कि कॉमेडियन प्रदर्शन कार्यक्रम कर रहे हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि लोगों को हंसने की जरूरत है। आप जितना प्रयास करेंगे, उतना ही आप अब और इतिहास में हंसेंगे।"