कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने 10 राज्यों में तैनात की टीमें
भारत में पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के तेजी से इजाफा होने लगा है। कई राज्यों की स्थिति बेहद खराब है। इनमें महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश की हालत ज्यादा खराब है। ऐसे में राज्य सरकारों ने लॉकडाउन जैसे ऐहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसी बीच केंद्र सरकार ने भी राज्यों में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के कारणों का पता लगाने के लिए 10 राज्यों में विशेषज्ञों की टीमें तैनात की है।
भारत यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 13,742 नए मामले सामने आए और 104 की मौत हुई है। देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,10,30,176 है। इनमें से 1,56,567 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1,46,907 आ गई। 12 राज्यों में प्रतिदिन 100 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन केरल और महाराष्ट्र में पिछले एक सप्ताह में प्रतिदिन औसतन 4,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इसने सरकार की चिंता बढ़ा दी।
प्रभावित राज्यों ने उठाए ऐहतियाती कदम
कोरोना प्रभावित राज्यों ने ऐहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र के पुणे और नागपुर में स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया है।सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। अमरावती डिवीजनल कलेक्टर ने अमरावती, अकोला, बुलढाना, वाशिम, यवतमाल में 1 मार्च तक के लिए लॉकडाउन लागू किया है। इसी तरह केरल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में भी आवश्यक ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
केंद्र सरकार ने इन राज्यों में तैनात की टीमें
केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर में उच्च-स्तरीय विशेषज्ञों टीमों की तैनाती की है। ये टीमें राज्य में तेजी से बढ़ते संक्रमण के कारणों का पता लगाएगी और उसके निराकरण के प्रयास करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तैनात की गई टीमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर काम करेगी और महामारी से निजात पाने के लिए हर संभव कार्य करेगी।
यह है प्रभावित राज्यों की ताजा स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मंगलवार को महाराष्ट्र में सबसे अधिक 6,218 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद केरल में 4,034, तमिलनाडु 442, पंजाब 414, कर्नाटक 383 और गुजरात में 348, छत्तीसगढ़ में 274, मध्य प्रदेश 248, पश्चिम बंगाल 189 और जम्मू-कश्मीर में 94 नए मामले सामने आए हैं। मंत्रालय के अनुसार तेजी से बढ़ते मामलों ने सरकार और विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया है। ऐसे में प्रभावित राज्यों में टीमों की तैनाती की गई है।
बचाव के नियमों की पालना नहीं करने से बढ़ रहे मामले- मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि संक्रमण के मामलों में फिर से उछाल के पीछे बचाव के उपायों का पालन नहीं करने को कारण माना जा रहा है। हालांकि, सरकार ने अब अन्य विशेष कारणों का पता लगाने का भी निर्णय किया है। इसी तरह महाराष्ट्र, तेलंगाना और केरल में पाए गए वायरस के नए स्ट्रेन से मामलों में बढ़ोतरी होने की संभावनाओं को खारिज कर दिया गया है। वैज्ञानिकों को इस संबंध में कोई विशेष साक्ष्य नहीं मिले हैं।
कई राज्यों ने प्रभावित राज्यों के यात्रियों पर लगाई पाबंदी
कई राज्यों ने प्रभावित राज्यों से आने वाले यात्रियों के राज्य में प्रवेश को लेकर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड आदि राज्यों ने संक्रमण से प्रभावित राज्यों से आने वाले यात्रियों की बॉर्डर पर जांच करने तथा निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही प्रवेश देने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर भी निगरानी के लिए विशेष टीमें तैनात की है। इससे यात्रियों की परेशानियों में इजाफा हो गया।