महाराष्ट्र: पूर्व कमिश्नर का आरोप, गृह मंत्री ने दिया था 100 करोड़ की वसूली का टारगेट
क्या है खबर?
मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों साम्रगी से भरी महिंद्रा स्कॉर्पियो मिलने के मामले में बड़ी तेजी से घटनाक्रम बदल रहा हैं।
पहले कार से जुड़े ऑटो पार्ट्स के डीलर मनसुख हीरेन की मौत होती है और फिर सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे की गिरफ्तारी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को पद से हटा दिया जाता है।
इसी बीच अब पूर्व कमिश्नर सिंह ने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर अवैध वसूली कराने का आरोप लगा दिया।
पृष्ठभूमि
परमबीर सिंह का 17 मार्च को किया गया था तबादला
बता दें कि पूर्व कमिश्नर सिंह अंबानी के आवास के बाहर मिली विस्फोटक सामग्री से भरी कार के मामले की जांच में शिथिलता को लेकर आलोचनाओं का शिकार हो रहे थे।
इसको लेकर गत 17 मार्च को सरकार ने उन्हें पद से हटाकर होमगार्ड विभाग में तबादला कर दिया था।
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि उनका तबादला कुछ सहकर्मियों की गंभीर गलतियां के कारण किया है। इससे अब वाजे प्रकरण की जांच बिना बाधा के हो सकेगी।
आरोप
पूर्व कमिश्नर ने गृह मंत्री पर लगाया वसूली कराने का आरोप
लाइव हिंदुस्तान के अनुसार पूर्व कमिश्नर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख पर अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने के मामले में आरोपी पुलिसकर्मी सचिन वाजे को हर महीने रेस्टोरेंट, होटल, बार आदि से 100 करोड़ रुपसे की वसूली के आदेश दिए थे।
सिंह के इन आरोपों के बाद महाराष्ट्र में सियासी गरमाहट आ गई है। गृह मंत्री विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं।
विवरण
पिछले कुछ महीनों में कई बार देशमुख के आवास पर गए वाजे- सिंह
चिट्ठी में परमबीर सिंह ने लिखा कि मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के प्रमुख सचिन वाजे को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पिछले कुछ महीनों में कई बार अपने सरकारी आवास पर बुलाया था। यहां उन्होंने सचिन वाजे को बार-बार हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूली करने के निर्देश दिए थे।
इसके कारण वाजे अपने तरीके से काम कर रहा था। हालांकि, इस चिट्ठी पर सिंह के हस्ताक्षर नहीं होना बताया जा रहा है।
अन्य आरोप
सांसद डेलकर की मौत के मामले में भी दबाव डालने का आरोप
पूर्व कमिश्नर ने गृह मंत्री पर दादरा नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर की आत्महत्या के में भी दबाव डालने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री पहले दिन से ही चाह रहे थे कि आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हो। जबकि, उनकी राय थी अगर किसी तरह से आत्महत्या के लिए उकसाने का काम हुआ भी है तो यह मामला मुंबई की बजाय दादरा नगर हवेली में दर्ज होना चाहिए, लेकिन गृह मंत्री उससे सहमत नहीं थे।
खंडन
गृह मंत्री देशमुख ने किया सिंह के आरोपों का खंडन
पूर्व कमिश्नर की ओर से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद गृह मंत्री देशमुख ने सफाई पेश की है।
उन्होंने कहा कि परमबीर सिंह सचिन वाजे मामले में खुद को कानूनी करवाई से बचाने के लिए झूठा आरोप लगा रहे हैं। मुकेश अंबानी सहित मनसुख हिरेन केस में भी सचिन वाजे की संलिप्तता स्पष्ट हो रही है और जांच की आंच परमबीर सिंह तक भी पहुंच सकती है। इससे बचने के लिए वह इस तरह आरोप लगा रहे हैं।
बयान
अनिल देशमुख को बर्खास्त किया जाना चाहिए- किरीट सोमैया
मामले में भाजपा नेता किरीट सोमैया ने ट्वीट किया, 'पूर्व कमिश्नर के अनुसार जबरन वसूली करने वाला और कोई नहीं बल्कि महाराष्ट्र का गृह मंत्री अनिल देशमुख है। वह पब आदि से पैसा निकाल रहे थे। देशमुख को बर्खास्त किया जाना चाहिए।'
जानकारी
कौन है सहायक पुलिस निरीक्षक वाजे?
बता दें कि अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक सामग्री से भरी कार के मामले में पुलिस को जब ऑटो पार्ट्स डीलर मनसुख हीरेन का पता चला तो दो दिन बाद उनका शव एक नहर में मिला था।
इसके बाद हीरेन की पत्नी विमला ने मामले के जांच अधिकारी वाजे पर उनकी हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 14 मार्च को वाजे को पूछताद के लिए बुलाकर गिरफ्तार कर लिया था।