केंद्र की राज्यों को चेतावनी, डेल्टा की तुलना में 5 गुना अधिक हो सकते हैं मामले
देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर चेतावनी जारी की है। सरकार ने कहा है कि वर्तमान में कुल संक्रमितों में से 5-10 प्रतिशत को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है, लेकिन ये हालत जल्द ही बदल सकते हैं।
डेल्टा की तुलना में पांच गुना अधिक हो सकते हैं ओमिक्रॉन के मामले
NDTV के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र में लिखा, 'दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट के प्रकोप के दौरान सक्रिय मामलों में से 20-30 प्रतिशत को अस्पताल में भर्ती की जरूरत पड़ी थी, लेकिन ओमिक्रॉन के प्रकोप में यह आंकड़ा 5-10 प्रतिशत है। इसके बाद भी सतर्क रहने की जरूरत है।' उन्होंने कहा, 'हालात कभी भी बदल सकते हैं और दूसरी लहर में डेल्टा के 100 मामलों की तुलना में अब ओमिक्रॉन के 400-500 मामले हो सकते हैं।'
ओमिक्रॉन के साथ सामने आए अन्य वेरिएंटों ने बढ़ाई चिंता- भूषण
भूषण ने लिखा, 'ऐसा लग रहा है कि देश में तेजी से बढ़ते मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट और उसके साथ सामने आए अन्य वेरिएंटों के कारण है। ऐसे में हालात कभी भी बदल सकते हैं और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या अचानक बढ़ सकती है।' बता दें कि वर्तमान में ओमिक्रॉन वैरिएंट की फैमिली से जुड़े तीन नए वेरिएंट BA.1, BA.2 और BA.3 सामने आए हैं। इनमें से महाराष्ट्र में कुछ मामलों में BA.1 की पुष्टि हो चुकी है।
सरकार ने राज्यों को क्या सलाह दी?
भूषण ने सभी राज्यों को सक्रिय मामलों की कुल संख्या की स्थिति और होम आइसोलेशन वाले मरीजों पर कड़ी नजर रखने, अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, ICU बेड और वेंटिलेटर सपोर्ट बेड की संख्या पर प्रतिदिन नजर रखने और चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने को कहा है। इसके अलावा राज्यों को आवश्यकता के अनुसार कोविड केयर सेंटरों को ऑक्सीजन बेड में अपग्रेड करने, पर्याप्त स्वास्थ्य कर्मचारियों और चिकित्सकों की नियुक्ति सुनिश्चित करनी चाहिए।
MBBS और नर्सिंग छात्रों की भी ली जानी चाहिए मदद- भूषण
भूषण ने कहा कि राज्यों को स्वास्थ्य सुविधाओं में मजबूती के लिए जूनियर डॉक्टरों, नर्सिंग और MBBS छात्रों की भी मदद लेने पर ध्यान देना चाहिए। इससे राज्य अचानक हालात बिगड़ने पर स्थिति को संभालने में सक्षम हो सकेंगे।
रात 10 बजे तक खोले जा सकते हैं वैक्सीनेशन केंद्र
भूषण ने पत्र में लिखा सभी राज्य आवश्यकता पड़ने पर कोरोना वैक्सीनेशन केंद्रों को रात 10 बजे तक भी खोल सकते हैं। कुछ राज्यों ने केंद्रों को सुबह 8 से रात 8 बजे तक ही खोले जाने के समय का हवाल दिया था, लेकिन बता दें कि सरकार ने कोविड टीकाकरण केंद्रों (CVC) का कोई भी समय निर्धारित नहीं किया है। ऐसे में इन्हें जरूरत के हिसाब से खोला जा सकता है। इससे राज्यों को वैक्सीनेशन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
भारत में क्या है कोरोना संक्रमण की स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,79,723 नए मामले सामने आए और 146 मरीजों की मौत दर्ज हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,57,07,727 हो गई है। इनमें से 4,83,936 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7,23,619 हो गई है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देश में मामलों में ये उछाल देखने को मिल रहा है। देश में ओमिक्रॉन के अब तक 4,000 मामले सामने आ चुके हैं।