चीन से आया था पिछले साल अमृतसर सीमा पर मार गिराया गया पाकिस्तानी ड्रोन- BSF
क्या है खबर?
पिछले साल 25 दिसंबर को अमृतसर में भारतीय सीमा पर मार गिराया गया ड्रोन चीन से आया था। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों ने दावा किया है कि फॉरेंसिक जांच में इस बात के सबूत मिले हैं कि इस ड्रोन को पहले शंघाई में टेस्ट किया गया और उसके बाद इसे पाकिस्तान भेजा गया था।
अधिकारियों ने कहा कि इस बात की संभावना है कि ऐसे और भी ड्रोन हो सकते हैं और यह कोई पहला मामला नहीं है।
अधिकारी
चीन और पाकिस्तान में उड़ाया गया था ड्रोन- BSF
BSF के अधिकारी के मुताबिक, "ड्रोन की फॉरेंसिक जांच से पता चला है कि इसे 11 जुलाई, 2022 को चीन में शंघाई के फेंग जियान जिले में उड़ाया गया था। इसके बाद 24 से 25 दिसंबर, 2022 के बीच इसी ड्रोन को पाकिस्तान के खानेवाल (पंजाब सीमा पर) में 28 बार उड़ाया गया था।"
अधिकारी ने कहा कि 25 दिसंबर को इस ड्रोन को अमृतसर के राजाताल इलाके में उड़ता दिखाई देने पर मार गिराया गया था।
जांच
"चीन में बने हैं तस्करी में इस्तेमाल होने वाले अधिकांश ड्रोन"
BSF अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराए या बरामद हुए अधिकांश ड्रोन चीन में निर्मित होते हैं और उनकी बैटरी कराची स्थित एक कंपनी द्वारा बनाई जाती है।
उन्होंने कहा कि साल 2022-23 के बीच बरामद हुए ड्रोन की फॉरेंसिक जांच से पता चला है कि इनका उपयोग सीमा पर विभिन्न मार्गों पर ड्रग्स तस्करी के लिए किया गया था, जिनमें ज्यादातर हेरोइन थी। ये ड्रोन 2 से 10 किलोग्राम का वजन ले जा सकते थे।
रिपोर्ट
ड्रोन से ड्रग्स और हथियारों की हो रही तस्करी- रिपोर्ट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2019 के बाद से पाकिस्तान द्वारा ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। सुरक्षाकर्मियों को ड्रोन में चिपकाए हुए ड्रग्स और चीनी पिस्तौलें भी मिली हैं।
इसके अलावा राजस्थान सीमा के पास भी तस्करी के मामलों में इजाफा देखा गया है। सुरक्षाबलों ने पिछले 2 हफ्तों में 8 ड्रोन को मार गिराया है।
साल 2022 में भारतीय सीमा पर सुरक्षाबलों ने 22 ड्रोन को मार गिराया था।
रिपोर्ट
तीन सालों में कितने मामले आए सामने?
BSF अधिकारियों बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा इन ड्रोन के जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए मुख्यालय भेज दिया जाता है और इनका इस्तेमाल मुख्य तौर पर ड्रग्स तस्करी में ही किया जा रहा है।
दरअसल, भारत-पाकिस्तान की जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के साथ लगी 2,289 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगातार ड्रोन मिलने के मामलों में बढ़े हैं। साल 2020 में 77, साल 2021 में 104 और साल 2022 में 311 ड्रोन से तस्करी के मामले सामने आए हैं।