बैंकिंग यूनियनों का वित्त मंत्री को पत्र, कर्मचारियों को शुरुआत में कोरोना वैक्सीन देने की मांग
क्या है खबर?
बैंकिंग सेक्टर के कर्मचारियों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें भी महामारी के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों की सूची में रखा जाए।
इसके अलावा उन्हें प्राथमिक समूह में शामिल कर स्वास्थ्यकर्मियों की तरह वैक्सीनेशन के शुरुआती चरण में वैक्सीन दी जाए।
इसे लेकर चार बैंक यूनियनों ने मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
मांग
प्राथमिकता के आधार पर दी जाए वैक्सीन- पत्र
सीतारमण को लिखे पत्र में यूनियनों ने कहा कि बैंक कर्मचारियों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन की खुराक की दी जानी चाहिए।
यह पत्र ऐसे समय में भेजा गया है, जब सरकार वैक्सीन दिए जाने वाले प्राथमिक समूह का डाटाबेस तैयार कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत में अभी तक तीन कंपनियां अपनी कोरोना वायरस वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन कर चुकी हैं।
पत्र
इन यूनियनों ने लिखा वित्त मंत्री को पत्र
वित्त मंत्री को पत्र लिखने वाले यूनियनों में ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स शामिल हैं।
पत्र में यूनियनों ने वित्त मंत्री से बैंकिंग कर्मचारियों को शुरुआती दौर में वैक्सीन देने की मांग की है।
यूनियनों का कहना है कि इससे बैंकिंग कर्मचारी महामारी के मुश्किल और चुनौतीपूर्ण समय में दी गई सेवाओं के बदले सम्मानित महसूस करेंगे।
बयान
'चुनौतीपूर्ण समय के बावजूद नहीं रोका गया काम'
पत्र में आगे लिखा गया है कि बैंकिंग सेक्टर में काम करने वाले हजारों कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। इसके बावजदू कर्मचारी बिना रूके लगातार अपना काम कर रहे हैं।
बैंकिंग सेक्टर
पत्र में की गई कई दूसरी मांगें
बैंक यूनियनों के इस पत्र में वैक्सीनेशन में प्राथमिकता के साथ-साथ कई दूसरे मांगें भी कई गई हैं।
मसलन, बैंक कर्मचारियों को कोरोना योद्धा मानकर उनका 50 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा होना चाहिए। साथ ही बैंकिंग यूनियनों ने हफ्ते में पांच दिन काम और कर्मचारियों के लिए बेहतर सुरक्षा की मांग की है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में बैंकिंग कर्मचारियों के साथ हिंसा की खबरें आई थीं, जिसके बाद वित्त मंत्रालय को हस्तक्षेप करना पड़ा था।
उम्मीद
भारत में जनवरी तक एक से ज्यादा वैक्सीन को मिल सकती है मंजूरी
भारत में फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक समेत तीन कंपनियों ने अपनी कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन कर दिया है।
अभी तक के ट्रायल में तीनों कंपनियों की वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई हैं।
इसे देखते हुए माना जा रहा है कि जल्द ही इनको आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल सकती है।
AIIMS निदेशक भी भारत में जनवरी तक दो वैक्सीनों के हरी झंडी मिलने की उम्मीद जता चुके हैं।