जानिये, बजट से जुड़ी छोटी-छोटी मगर अहम बातें
अगले महीने की शुरुआत आम बजट के साथ होगी। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। इस मौके पर हम आपके लिए रोजाना बजट से जुड़ी कुछ ऐसी बातें लेकर आते हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है। इसी कड़ी में आज हम आपके लिए बजट की कुछ बुनियादी बातें लेकर आए हैं, जो बजट को लेकर आपकी समझ बढ़ाएगी। आइये, जानते हैं ऐसी ही कुछ बातें।
बजट और उसके हिस्से
सरकार के लिए हर साल बजट पेश करना जरूरी है। इसमें आने वाले वित्त वर्ष में सरकार की अनुमानित कमाई और खर्च का लेखा-जोखा होता है। रेेवेन्यू बजट और कैपिटल बजट इसके दो हिस्से होते हैं। रेवेन्यू वाले हिस्से में टैक्स और नॉन-टैक्स रेवेन्यू के साथ अनुमानित आमदनी और खर्च का ब्यौरा होता है। वहीं कैपिटल बजट में विनिवेश, उधार और निवेश की जानकारी होती है। केंद्रीय वित्त मंत्री बजट पेश करते हैं। इस बार निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी।
आम बजट कब पेश किया जाता है?
इस साल 1 फरवरी को बजट पेश होगा। पिछले साल भी इसी दिन बजट पेश हुआ था। हालांकि, हमेशा बजट 1 फरवरी को पेश नहीं था। 2017 से पहले बजट फरवरी के अंतिम कार्यदिवस को पेश किया जाता था, लेकिन मोदी सरकार ने इस परंपरा को बदला है। 2017 से बजट 1 फरवरी को पेश किया जाता है। वहीं 2000 से पहले यह शाम को 5 बजे होता था। इस समय को बाद में बदलकर सुबह 11 बजे किया गया।
भारत का पहला बजट कब पेश हुआ था?
आजाद भारत का पहला बजट तत्कालीन नेहरू सरकार में वित्त मंत्री आरके षणमुग्म चेट्टी ने पेश किया था। 26 नवंबर, 1947 को पेश बजट 15 अगस्त, 1947 से लेकर 31 मार्च, 1948 तक के समय के लिए पेश किया गया था। इसमें किसी तरह के नए टैक्सों का प्रस्ताव नहीं किया गया था। वहीं गणतंत्र भारत का पहला बजट पेश करने का रिकॉर्ड तत्कालीन वित्त मंत्री जॉन मथई के नाम है। उन्होंने 28 फरवरी, 1950 को बजट पेश किया था।
बजट के प्रस्ताव कब से लागू होते हैं?
1 अप्रैल से नए वित्त-वर्ष की शुरुआत होती है और इसी दिन से बजट के प्रस्ताव लागू होते हैं। ये प्रस्ताव 1 अप्रैल से लेकर 31 मार्च तक जारी रहते हैं। इसी दौरान नया बजट पेश किया जाता है।