दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण कम करने की योजना जारी की, 13 हॉटस्पॉट बनाए
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए आज विंटर एक्शन प्लान जारी किया। इसके तहत राज्य सरकार ने पूरी दिल्ली में 13 हॉस्टपॉट चिंहित किए हैं, जिसके लिए एक्शन प्लान बनाया गया है। हर हॉटस्पॉट के लिए वॉर रूम बनाया गया है। केजरीवाल ने दावा किया कि इलेक्ट्रिक बसों की वजह से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम हुआ है। उन्होंने कहा कि कई शहरों के मुकाबले दिल्ली की हालत अच्छी है।
क्या बोले केजरीवाल?
केजरीवाल ने कहा, "2014 से अब तक दिल्ली का प्रदूषण 30 प्रतिशत घटा है। पेड़ों की संख्या बढ़ी है। यहां अब जनरेटर नहीं चलते। निर्माणाधीन जगहों पर मानकों के आधार पर काम होता है। दिल्ली में वायु प्रदूषण वाली जगहों पर स्पेशल टीम तैनात की गई है। पटाखों पर इस साल भी प्रतिबंध रहेगा। खुले में कूड़ा जलाने पर रोक रहेगी। कहीं भी खुले में लोग कूड़ा ना जलाएं। 611 टीमों का गठन किया गया है, जो इसकी निगरानी करेगी।"
क्या है केजरीवाल सरकार की योजना?
वायु प्रदूषण रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने 15-सूत्रीय योजना जारी की है। इसके तहत 13 हॉटस्पॉट की पहचान की गई है। हर हॉटस्पॉट के लिए विशेष योजना और अलग टीम बनाई गई है। निर्माण कार्यों पर नजर रखने के लिए 591 टीमों का गठन किया गया है। 238 एंटी-स्मोग गन तैनात की जाएगी। ग्रीन वॉर रूम बनाया जाएगा, जो 24 घंटे प्रदूषण के स्तर की निगरानी करेगा। इसके लिए 9 सदस्यों की विशेषज्ञ टीम का गठन किया गया है।
अलग-अलग टीमें रखेगी प्रदूषण गतिविधियों पर नजर
केजरीवाल के मुताबिक, 82 रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही हैं और 530 वाटर स्प्रिंकलर मशीनें भी मंगाई गई हैं। औद्योगिक प्रदूषण पर नजर रखने के लिए 66 टीमें बनाई गई हैं, जो उद्योगों में अनधिकृत और प्रदूषणकारी ईंधन के उपयोग पर नजर रखेंगी। वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट की जांच होगी। इसके लिए 385 टीमों का गठन किया गया है।
केजरीवाल का दावा- दिल्ली में बढ़ी हरियाली
केजरीवाल ने कहा, "पहले बसों की कमी थी, लोग खुद की गाड़ियों से चलते थे। हमने काफी बसें खरीदीं। दिल्ली में 7,135 बसें खरीदी हैं, जिनमें 800 इलेक्ट्रिक हैं। सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन दिल्ली में खरीदे जा रहे हैं। जैसे-जैसे विकास होता है, पेड़ कटते हैं, लेकिन दिल्ली में उलटा हो रहा है। 2013 में दिल्ली में 20 फीसदी हरियाली थी, जो बढ़कर 23 फीसदी हो गई है। दिल्ली में 2 थर्मल पावर प्लांट थे, जिन्हें बंद कर दिया गया।"
न्यूजबाइट्स प्लस
शिकागो यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण की वजह से भारतीय नागरिक की औसत उम्र 5.3 साल कम हो रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली दुनिया का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। इस वजह से दिल्ली में रह रहे एक नागरिक की औसत उम्र 11.9 साल कम हो रही है। स्विस कंपनी आइक्यूएयर द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 39 शहर शामिल हैं।