अरुणाचल प्रदेश: 16 चरवाहों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए नौ घंटे पैदल चले अधिकारी
देश में कोरोना महामारी के खिलाफ मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच अरुणाचल प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों ने कर्तव्यनिष्ठा का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए सरकार के अभियान को सार्थक बनाने का प्रयास किया है। ये अधिकारी वैक्सीनेशन से छूटे 16 चरवाहों को वैक्सीन लगाने के लिए लगातार नौ घंटे तक पहाड़ी रास्तों पर पैदल सफर करते हुए 14,000 फीट की ऊंचाई पर पहुंचे।
डोमसांग में आयोजित शिविर में वैक्सीन लगवाने से चूक गए थे 16 चरवाहे
NDTV के अनुसार, तवांग जिले के थिंगबु और लुगथांग गांवों में रहने वाले लोगों के लिए 19 मई को डोमसांग में वैक्सीनेशन शिविर आयोजित किया गया था। इसमें लुगथांग गांव के 16 याक चरवाहे वैक्सीन लगवाने से चूक गए थे। इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को खुद लुगथांग पहुंचकर बचे हुए लोगों को वैक्सीन लगाने को निर्णय किया था। इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के दल ने थिंगबू हाइडल से पैदल यात्रा शुरू की थी।
लगातार नौ घंटे की यात्रा कर गांव पहुंचे अधिकारी और कर्मचारी
तवांग के उपायुक्त और जिला परिषद अध्यक्ष लेकी गोम्बु के निर्देशन में स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों के दल ने रविवार सुबह 07:15 बजे अपनी यात्रा शुरू की थी। इस दौरान वह दो पर्वत चोटियों, घने जंगल, दलदली रास्ते और लुगथांग नदी को पाद करते हुए करीब नौ घंटे बाद शाम 05:30 बजे समुद्रतल से 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित गांव पहुंच गए। इसके बाद रात को अधिकारियों ने गांव में चरवाहों के घर विश्राम किया।
लगातार हुई बारिश के कारण चढ़ाई में आई परेशानी
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि गांव के लिए चढ़ाई शुरू करने के साथ ही बारिश शुरू हो गई थी। इससे पूरे रास्ते में कीचड़ और फिसलन के कारण खासी परेशानी हुई। इसके बाद भी सभी अधिकारी और कर्मचारियों ने अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए चढ़ाई जारी रखी और करीब नौ घंटे की मशक्कत के बाद वह गांव पहुंच गए। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान बारिश और प्राकृतिक नजारों ने सभी की थकान दूर कर दी।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को 16 चरवाहों को लगाई वैक्सीन
स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने रविवार रात को विश्राम करने के बाद सोमवार सुबह ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें वैक्सीन से होने वाले लाभों की जानकारी दी। इसके बाद जिला प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य अधिकारी रिनचिन नीमा ने सभी 16 चरवाहों को वैक्सीन की खुराक लगाई। इसी तरह वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी थुतन ताशी ने पशुओं के लिए अतिसार, कृमिनाशक और अन्य बीमारियों के लिए भी चरवाहों को मुफ्त दवाइयां वितरित की।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने की स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रशंसा
महज 16 चरवाहों को वैक्सीन लगाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा दुर्गम पहाड़ी रास्तों पर लगातार की गई नौ घंटे की यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने उनकी प्रशंसा की है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 'बारिश की बाधा के बीच स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने दुर्गम रास्तों की यात्रा करते हुए 16 चरवाहों को वैक्सीन लगाई। उनका कार्य प्रशंसा के काबिल है। उन्होंने अपने कार्य के प्रति दृढ संकल्प दिखाया है।'
देश में यह है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति
भारत में अब तक 38.50 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक लगाई जा चुकी है। मंगलवार को 34,10,974 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई थी। देश में 18-44 आयु वर्ग के 12 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 11,59,50,619 लोगों ने अपनी पहली खुराक ले ली है और कुल 40,19,089 लोगों को दोनों खुराक लग चुकी है। मंगलवार को 18-44 आयु वर्ग के 15,49,982 लोगों को पहली और 1,19,121 लोगों को दूसरी खुराक दी गई।