चीन ने अरुणाचल प्रदेश में बसाया एक और गांव, भारतीय सीमा के 6-7 किलोमीटर अंदर- रिपोर्ट
नई सैटेलाइट तस्वीरों में चीन के अरुणाचल प्रदेश में एक और गांव बसाने का खुलासा हुआ है। NDTV द्वारा प्राप्त की गई इन तस्वीरों में लगभग 60 चीनी इमारतों का एन्क्लेव देखा जा सकता है। ये एन्क्लेव 2019 में ली गई तस्वीरों में यहां नहीं था, लेकिन सितंबर, 2021 की तस्वीरों में इसे यहां देखा जा सकता है। सेना ने इस एन्क्लेव के वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के उत्तर में यानि चीन की तरफ होने का दावा किया है।
अरुणाचल प्रदेश के शी-योमी जिले में है चीन का नया गांव
रिपोर्ट के अनुसार, ये नया गांव अरुणाचल प्रदेश के शी-योमी जिले में स्थित है और चीन द्वारा बसाए गए पहले गांव के 93 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। दुनिया की दो प्रतिष्ठित सैटेलाइट तस्वीर प्रदाता कंपनियों- मैक्सर टेक्नोलॉजीज और प्लानेट लैब्स- की तस्वीरों से इसकी पुष्टि होती है। इन तस्वीरों में दर्जनों घरों के साथ-साथ एक ऐसी इमारत भी देखी जा सकती है जिसकी छत पर चीन का झंडा बनाया गया है। तस्वीर में झंडा साफ दिख रहा है।
भारतीय सीमा के 6-7 किलोमीटर अंदर है गांव
चीन का ये नया गांव LAC और अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच में भारतीय सीमा के छह-सात किलोमीटर अंदर है। भारत हमेशा से इस भूमि पर अपना दावा करता आया है। हालांकि जब NDTV ने इस बारे में सेना के दो अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि ये गांव LAC के उत्तर में चीन की तरफ है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से अभी तक मामले पर कोई जवाब नहीं आया है।
सरकार के ऑनलाइन मैप से भी गांव के भारत में होने की पुष्टि
सैन्य अधिकारियों के दावे के विपरीत भारत सरकार की ऑनलाइन मैप सेवा 'भारतमैप्स' और भारत के महासर्वेक्षक के डिजिटल मैप, दोनों से चीन के इस नए गांव के भारतीय सीमा के सात किलोमीटर अंदर होने की पुष्टि होती है। सैटेलाइट तस्वीरों में दशकों के अनुभव वाले विशेषज्ञ अरुप दासगुप्ता ने भी भारतमैप्स का विश्लेषण करने के बाद इस गांव के भारत के अंदर होने की बात कही है। अन्य विशेषज्ञों की भी कुछ ऐसी ही राय है।
थोड़ा-थोड़ा करके भारत की जमीन को खा रहा चीन- विशेषज्ञ
रणनीतिक विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "नया गांव दर्शाता है कि चीन थोड़ा-थोड़ा करके हिमालयी क्षेत्र में भारत की जमीन को खा रहा है। नए गांव की तस्वीरें उसकी दिखावटी प्रकृति को स्पष्ट करती हैं।" उन्होंने कहा कि चीन ने इस गांव का एक चीनी नाम भी रख लिया है, जबकि इलाके में कोई भी चीनी भाषा नहीं बोलता। चीन की एक न्यूज एजेंसी ने जुलाई में इस गांव की तस्वीर भी छापी थी।
पहले भी अरुणाचल प्रदेश में गांव बसा चुका है चीन
बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिकी रक्षा विभाग ने अपनी रिपोर्ट में चीन के अरुणाचल प्रदेश में अवैध तरीके से गांव बसाने की बात कही थी। रिपोर्ट के अनुसार, चीन द्वारा बसाए गए इस गांव में 100 घर हैं और ये उस जमीन पर है जिस पर भारत अपना दावा करता आया है। भारत सरकार ने कहा था कि उसने इस तरह के अवैध कब्जे को न पहले कभी स्वीकार किया है और न आगे कभी स्वीकार करेगा।
चीन ने भूटान के क्षेत्र में भी बसाए चार गांव
चीन ने भूटान की जमीन पर भी कब्जा कर लिया है और पिछले एक साल के अंदर उसकी सीमा के अंदर चार गांव बसा चुका है। ये गांव लगभग 100 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं और डोकलाम पठार के पास हैं जहां 2017 में भारत और चीन की सेनाएं एक-दूसरे के आमने-सामने आई थीं। रिपोर्ट के अनुसार, ये गांव मई, 2020 से नवंबर, 2021 के बीच बनाए गए हैं।