चीन ने अपने रक्षा बजट में किया 7.5 प्रतिशत इजाफा, भारत से तीन गुना हुआ बजट
क्या है खबर?
एशिया में भारत के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी चीन ने 2019 के लिए अपने रक्षा बजट में 7.5 प्रतिशत का इजाफा किया है।
इसके साथ ही चीन का रक्षा बजट 177.61 अरब डॉलर हो गया है, जो कि भारत से तीन गुना ज्यादा है।
इस साल भारत का रक्षा बजट 3.18 लाख करोड़ रुपए है।
चीन ने कहा कि उसका बजट अपने देश की सुरक्षा करने के लिए है और वह किसी भी देख के लिए खतरा पैदा नहीं करना चाहता।
तुलना
पिछले साल के मुकाबले कम वृद्धि हुई
चीन की नेशनल पीपल्स कांग्रेस (NPC) में सरकार ने 2019 के लिए 177.61 अरब डॉलर का रक्षा बजट पेश किया।
इस दौरान सरकार ने कहा कि इस बार पिछले साल के मुकाबले रक्षा बजट में कम वृद्धि की जा रही है। पिछले साल बजट में 8.1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई थी।
NPC के प्रवक्ता झांग येसुई ने कहा कि इस बढ़त का उद्देश्य चीनी विशेषताओं के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य सुधारों की देश की मांग को पूरा करना है।
चीन
चीन GDP का 1.3 प्रतिशत करती है रक्षा पर खर्च
2016 से पहले चीन ने लगातार 5 साल तक अपने रक्षा बजट में दो अंकों में वृद्धि की थी।
लेकिन 2016 में इस क्रम को तोड़ते हुए सरकार ने रक्षा बजट में केवल 7.6 प्रतिशत की वृद्धि की। 2017 में 7 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी।
येसुई ने कहा कि कई बड़े देश अपनी GDP का 2 प्रतिशत अपनी रक्षा पर खर्च करते हैं, जबकि चीन ने 2018 में अपनी GDP का केवल 1.3 प्रतिशत रक्षा पर खर्च किया।
बयान
'किसी भी देश के लिए खतरा नहीं चीन'
येसुई ने कहा, "यह रक्षा खर्च राष्ट्रीय संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने के लिए है, न कि किसी देश को खतरा पैदा करने के लिए। चीन शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर कायम रहेगा और ऐसी रक्षात्मक प्रकृति की रक्षा नीति अपनाएगा।"
उन्होंने कहा, "कोई देश किसी और के लिए सैन्य खतरा है या नहीं, यह उसके रक्षा बजट में बढ़त से तय नहीं होता, बल्कि उसके द्वारा अपनाई जाने वाली राजनयिक और राष्ट्रीय रक्षा नीति से होता है।"
चीनी सेना
अपनी सेना में बड़े बदलाव कर रहा है चीन
चीन ने राष्ट्रपति शी जिनफिंग के नेतृत्व में हाल ही में सेना में कई बदलाव किए है।
चीन का ध्यान थल सेना से हटकर नौसेना और वायुसेना पर ज्यादा है। जहां नौसेना और वायुसेना में विस्तार किया गया है, वहीं थल सेना में 3 लाख सैनिकों की कटौती की गई है।
इस कटौती के बावजूद चीन की सेना दुनिया की सबसे बड़ी सेना है। सैन्यकर्मियों के मामले में भारत का चीन के बाद दूसरा स्थान है।