अमरनाथ: बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक 15 की मौत, 40 लापता
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद आई बाढ़ में 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 25 लोग घायल हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि 40 लोग अभी भी लापता है और इनकी तलाश के लिए राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच अगले नोटिस तक यात्रा को रोक दिया गया है।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और मृतकों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
पृष्ठभूमि
कल शाम करीब 5:30 बजे फटा बादल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की यह घटना शुक्रवार शाम लगभग 5:30 बजे के आसपास हुई।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) विजय कुमार ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि बादल फटने के कारण आई तेज बाढ़ में कुछ लंगर और टेंट बह गए।
इसके तुरंत बाद सुरक्षा बलों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों की टीमों ने राहत और बचाव अभियान शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
जानकारी
प्रधानमंत्री ने घटना पर जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि प्रभावितों को हरसंभव मदद दी जा रही है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर हालातों का जायजा लिया।
सिन्हा ने बताया कि राहत और बचाव दलों को मौके पर भेज दिया गया है और उन्हें श्रद्धालुओं को सभी जरूरी सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने पूरी मदद का भरोसा दिया है।
जानकारी
सुरक्षित ठिकाने पर भेजे गए 15,000 लोग
अमरनाथ गुफा के पास राहत और बचाव अभियान में लगी इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने बताया कि बादल फटने के कारण गुफा के पास फंसे अधिकतर श्रद्धालुओं को पंजतरणी शिफ्ट कर दिया गया है। अभी ट्रैक पर कोई श्रद्धालु नहीं फंसा है और करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
भारतीय सेना ने बचाव अभियान के लिए दो वॉल राडार और खोजी कुत्तों को भी मौके पर भेजा है।
राहत अभियान
घायलों को हेलिकॉप्टरों से पहुंचाया जा रहा अस्पताल
अधिकारियों ने बताया कि तीनों बेस अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है और इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। गांदरबल जिले की सभी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को अलर्ट कर दिया गया है।
घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए सेना ने हेलिकॉप्टरों की भी व्यवस्था की है।
सेना ने आज सुबह छह घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। लापता हुए लोगों की तलाश के लिए सेना की माउंटेन रेस्क्यू टीम तलाशी अभियान चला रही है।
जानकारी
दो साल बाद हो रही है अमरनाथ यात्रा
गौरतलब है कि बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए होने वाली अमरनाथ यात्रा को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है और इस साल दो साल के अंतराल के बाद यह यात्रा हो रही है। पिछले दो साल कोरोना वायरस महामारी के कारण ये यात्रा बंद रही थी।
30 जून को शुरू हुई यह यात्रा 11 अगस्त तक चलेगी। इसमें अब तक 72,000 से अधिक श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन कर चुके हैं।