पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहा चीन, LAC के पास बनाए कई और सैन्य ठिकाने
पूर्वी लद्दाख में पिछले साल से जारी सैन्य तनाव के बीच चीन लगातार वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास सैनिकों के लिए अड्डे तैयार कर रहा है। ताजा सर्विलांस और खुफिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि पूर्वी लद्दाख के सामने LAC के उस पार चीन ने कम से कम आठ अग्रिम जगहों पर अपने सैनिकों के लिए कंटेनर आधारित ठिकाने बनाए हैं। यह उसकी सैन्य उपस्थिति मजबूत करने की प्रक्रिया का हिस्सा है।
हर जगह लगाए गए 80 से 84 कंटेनर- सूत्र
TOI ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि चीन ने काराकोरम दर्रे के पास वहाब जिल्गा, हॉट स्प्रिंग, चेंग ला, तोशिगॉन्ग, मान्जा और चुरुप आदि जगहों पर सैन्य ठिकाने तैयार किए हैं और हर जगह पर 80 से 84 कंटेनरों का इंतजाम है। चीन के ये ताजा ठिकाने और ढांचे, उन निर्माणों से अलग हैं जो वह पिछले साल से सीमा के पास करता आ रहा है। यह दिखाता है कि उसकी पीछे हटने की कोई मंशा नहीं है।
चीनी सैनिकों के लिए भारी पड़ रही है तैनाती
सूत्रों ने कहा, "हम भले ही लद्दाख में लड़ाई की तैयारियों की गर्मी महसूस कर सकते हैं, लेकिन हमने चीन को अग्रिम चौकियों पर तैनाती और निर्माण करने के लिए मजबूर कर दिया है। इससे न सिर्फ उसकी लागत बढ़ी है बल्कि उसके सैनिकों का हौसला भी पस्त हुआ है। हमारे सैनिकों को पहाड़ों में तैनाती का अनुभव है, लेकिन उनके पास यह अनुभव नहीं है।" गौरतलब है कि चीन ने कई जगहों पर पक्के ठिकाने भी बनाए हैं।
कई हवाई पट्टियों का निर्माण भी कर चुका है चीन
सैन्य ठिकानों के साथ-चीन ने LAC के पास कई हवाई पट्टियों और हैलिपेड का भी निर्माण किया है। साथ ही लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैली LAC के उस पार चीन ने होतान, काश्गर और गारगुंजा एयरबेस को अपग्रेड किया है।
अगस्त में गोगरा से पीछे हटी थीं सेनाएं
अगस्त की शुरुआत में भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख के गोगरा से सेनाओं को पीछे हटा लिया था। 12वें दौर की सैन्य वार्ता में बनी सहमति के बाद ये कदम उठाया गया था। भारतीय सेना ने बयान जारी कर बताया था कि दोनों पक्षों ने इलाके में बनाए गए अपने सभी अस्थायी ढांचों को भी ध्वस्त कर दिया है और जमीन को विवाद से पहले की स्थिति जैसा कर दिया गया है।
LAC के दोनों ओर तैनात हैं लगभग एक लाख सैनिक
जानकारी के लिए बता दें कि LAC के दोनों तरफ भारत और चीन ने 50,000-50,000 सैनिक तैनात किए हैं और उनके पीछे टैंक और मिसाइलों को तैनात किया गया है। साथ ही एक-दूसरे पर नजर रखने के लिए ड्रोन और वायुसेना के विमान भी LAC के पास के इलाकों में उड़ान भरते रहते हैं। मुश्किल परिस्थितियों और खराब मौसम को देखते हुए दोनों देश ही लगातार सैनिकों की तैनाती में बदलाव करते रहते हैं।
पिछले साल 5 मई से बना हुआ है LAC पर तनाव
भारत और चीन के बीच पिछले साल 5 मई से पूर्वी लद्दाख में LAC पर तनाव बना हुआ है। पैंगोंग झील से शुरू हुआ यह विवाद गलवान घाटी, गोगरा पोस्ट और हॉट स्प्रिंग आदि इलाकों तक फैल गया था। गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। तब से दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है।