चीन के बयान पर भारत का पलटवार, कहा- सीमा विवाद के लिए चीनी पक्ष जिम्मेदार
क्या है खबर?
सीमा पर तनाव के लिए भारत को दोषी ठहराने वाले चीन के बयान पर पलटवार करते हुए भारत ने पूरे विवाद के लिए चीन के भड़काऊ व्यवहार को जिम्मेदार बताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यथास्थिति बदलने के चीन के एकतरफा प्रयासों के कारण पूर्वी लद्दाख में शांति भंग हुई है।
मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि समझौतों का पालन करते हुए चीन विवाद के जल्द समाधान में मदद करेगा।
डाटा
चीन ने क्या कहा था?
चीन ने हाल ही में बयान जारी करते हुए दोनों देशों के बीच तनाव के लिए भारत की "फॉरवर्ड पॉलिसी" को जिम्मेदार ठहराया था और उस पर चीन इलाकों में गैरकानूनी तरीके से घुसपैठ करने का आरोप लगाया था।
प्रतिक्रिया
लगातार सैनिकों और हथियारों की तैनाती बढ़ा रहा था चीन- भारत
चीन के इस बयान पर पलटवार करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बगची ने कहा कि चीन लगातार सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में सैनिक और हथियार तैनात कर रहा था और उसकी इन हरकतों के कारण भारतीय सेना को भी तैनाती बढ़ानी पड़ी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि चीन द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से संबंधित बाकी अनसुलझे मुद्दों के जल्द से जल्द समाधान की कोशिश करेगा।
बयान
चीन के यथास्थिति बदलने के प्रयासों के कारण शांति भंग हुई- भारत
बगची ने आगे कहा, "चीनी पक्ष के बड़ी संख्या में सैनिक इकट्टा करने, उनके भड़काऊ व्यवहार और सभी द्विपक्षीय समझौतों को खारिज करते हुए यथास्थिति को बदलने के उनके एकतरफा प्रयासों के कारण पूर्व लद्दाख में LAC पर शांति भंग हुई है। चीन ने अभी भी सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में सैनिकों और हथियारों की तैनाती कर रखी है।"
उन्होंने अपने बयान में भारतीय और चीनी विदेश मंत्रियों के बीच बनी सहमति का भी जिक्र किया।
तनाव
पिछले साल 5 मई से बना हुआ है LAC पर तनाव
भारत और चीन के बीच पिछले साल 5 मई से पूर्वी लद्दाख में LAC पर तनाव बना हुआ है।
पैंगोंग झील से शुरू हुआ यह विवाद गलवान घाटी, गोगरा पोस्ट और हॉट स्प्रिंग आदि इलाकों तक फैल गया था। गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे।
तब से दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है।
जानकारी
LAC के दोनों ओर तैनात हैं लगभग एक लाख सैनिक
LAC के दोनों तरफ भारत और चीन ने 50,000-50,000 सैनिक तैनात किए हैं और उनके पीछे टैंक और मिसाइलों को तैनात किया गया है। साथ ही एक-दूसरे पर नजर रखने के लिए ड्रोन और वायुसेना के विमान भी LAC के पास के इलाकों में उड़ान भरते रहते हैं।
मुश्किल परिस्थितियों और खराब मौसम को देखते हुए दोनों देश ही लगातार सैनिकों की तैनाती में बदलाव करते रहते हैं। कई जगहों से सेनाएं भी पीछे हट चुकी हैं।