मणिपुर में बढ़ते हमलों के बीच ड्रोन रोधी प्रणाली तैनात, मुख्यमंत्री के इस्तीफे की अटकलें
मणिपुर में बीते साल से जारी हिंसा पिछले कुछ दिनों में दोबारा भड़क गई है। अब उग्रवादी हमले के लिए आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करने लगे हैं। राज्य में हालिया ड्रोन हमलों के बाद अब ड्रोन रोधी प्रणाली की तैनाती की गई है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने आज राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात की है। बीते 16 घंटों में वे दूसरी बार राज्यपाल से मिले हैं, जिसे लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं।
मणिपुर के IG ने क्या बताया?
मणिपुर के महानिरीक्षक (IG इंटेलिजेंस) के कबीब ने कहा, "मजबूत ड्रोन प्रणाली को तैनात किया गया है। पुलिसकर्मियों के लिए नए हथियार खरीदे जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जमीन पर उतारे गए हैं। सेना के हेलिकॉप्टर के जरिए हवाई गश्त जारी है।" उन्हाेंने कहा, "संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। पहाड़ियों और घाटी में अभियान जारी हैं। जिन इलाकों से रॉकेट और ड्रोन दागे गए हैं, वहां तलाश जारी है। 3-5 किलोमीटर के इलाकों में तलाशी जारी है।"
मणिपुर में ड्रोन रोधी प्रणाली तैनात
सुरक्षाबलों ने बंकर तबाह किए
सुरक्षा एजेंसियों ने उग्रवादियों का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है। खबर है कि इस दौरान भारी संख्या में हथियार बरामद किए गए हैं। जब्त किए गए हथियारों में स्नाइपर राइफल, पिस्तौल, बंदूकें, छोटी और लंबी दूरी के मोर्टार, ग्रेनेड और रॉकेट समेत अन्य गोला-बारूद शामिल हैं। चुराचांदपुर जिले में भी उग्रवादियों के 3 बंकरों को खत्म कर दिया है। जिरीबाम में 3 हथियारबंद उग्रवादियों के शव बरामद किए गए हैं।
मुख्यमंत्री सिंह के इस्तीफे की अटकलें
मुखयमंत्री सिंह आज दोपहर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। इससे पहले 7 सितंबर को भी उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की थी। इस मुलाकात से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में विधायकों की बैठक बुलाई थी। हालांकि, अभी ये जानकारी सामने नहीं आई है कि बैठकों में क्या हुआ, लेकिन अटकलें हैं कि मुख्यमंत्री सिंह इस्तीफा दे सकते हैं। इन अटकलों को और हवा इस वजह से मिल गई है कि छुट्टी पर गए मुख्य सचिव को तत्काल वापस बुलाया गया है।
बीते 8 दिन में 8 लोगों की मौत
मणिपुर में एक सितंबर को पहली बार ड्रोन हमला हुआ। इसमें 2 लोगों की मौत हो गई और 9 घायल हुए। 6 सितंबर को पूर्व मुख्यमंत्री मैरेम्बम कोइरेंग के घर पर हमला हुआ। इस हमले में एक बुजुर्ग की मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गए। 7 सितंबर को जिरिबाम में पहले उग्रवादियों ने घर में सो रहे बुजुर्ग की हत्या कर दी। इसके बाद कुकी और मैतेई लोगों के बीच गोलीबारी में 4 लोगों की मौत हुई।
मणिपुर में मई 2023 से जारी है हिंसा
मणिपुर में 3 मई, 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर हिंसा चल रही है। अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं, 1,100 से ज्यादा घायल हुए हैं, सैकड़ों घर और प्रार्थनास्थल जलाए जा चुके हैं और 65,000 से ज्यादा लोगों को पलायन करना पड़ा है। मैतेई समुदाय की मांग है कि उन्हें जनजाति का दर्जा दिया जाए जबकि, नगा और कुकी इसका विरोध कर रहे हैं।