तमिलनाडु में एक और स्कूली छात्रा ने की आत्महत्या, दो सप्ताह में चौथा मामला
क्या है खबर?
तमिलनाडु में स्कूली छात्राओं के आत्महत्या करने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
कल यानी मंगलवार को राज्य के शिवकाशी में कक्षा 11 की छात्रा अपने घर पर मृत पाई गई। संदेह है कि ये आत्महत्या का मामला हो सकता है।
बता दें कि दो सप्ताह में यह चौथी ऐसी घटना है। इससे पहले 13, 25 और 26 जुलाई को तीन अन्य छात्राओं ने अलग-अलग जिलों में कथित तौर पर आत्महत्याएं की थीं।
शव
पुलिस को छात्रा के घर में लटका मिला शव
पुलिस को 11वीं की छात्रा का शव उसके घर पर लटका हुआ मिला। एक पुलिस अधिकारी ने NDTV से कहा, "जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, हम कुछ नहीं कहेंगे।"
घटनास्थल से पुलिस को अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और अभी मामले की जांच जारी है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि लड़की के पेट में अक्सर तेज दर्द होता था।
कडलूर
मंगलवार को ही कडलूर जिले में मृत मिली थी एक अन्य छात्रा
मंगलवार को ही शिवकाशी से पहले कडलूर जिले में भी कक्षा 12 की एक छात्रा मृत पाई गई थी।
पुलिस इंस्पेक्टर कार्तिक ने कहा कि चार पन्नों के सुसाइड नोट में कडलूर की छात्रा ने अपने माता-पिता पर उस पर UPSC परीक्षा की तैयारी करने का दबाव डालने का आरोप लगाया।
इससे पहले तमिलनाडु पुलिस ने कहा था कि छात्रा अपनी मां के डांटने के बाद से काफी परेशान थी।
तिरूवल्लूर
सोमवार को तिरुवल्लूर में भी मृत पाई गई थी छात्रा
इससे पहले सोमवार को राज्य के तिरुवल्लूर जिले के सेक्रेड हार्ट स्कूल की कक्षा 12 की छात्रा अपने हॉस्टल में मृत पाई गई थी। हालांकि इस मामले में पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था।
तिरुवल्लुर के पुलिस अधीक्षक सेफस कल्याण ने बताया था कि छात्रा का शव हॉस्टल में लटका हुआ मिला।
शुरूआती जांच के बाद यह मामला तमिलनाडु पुलिस की क्राइम ब्रांच-काइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CB-CID) विंग को ट्रांसफर कर दिया गया था।
कल्लाकुरिची
सबसे पहले कल्लाकुरिची में आया था ऐसा मामला
13 जुलाई को कल्लाकुरिची जिले में भी एक स्कूल के हॉस्टल में कक्षा 12 की छात्रा का शव पाया गया था, जिसके बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे।
प्रदर्शन में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों समेत कई लोग घायल हुए थे और प्रदर्शनकारियों ने कम से कम 15 बसों में आग लगा दी थी।
मामले पर सुनवाई करते हुए मद्रास हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि शैक्षणिक संस्थानों में मौत की घटना होने पर CB-CID मामले की जांच करेगी।
तमिलनाडु सरकारी
छात्रों को मनोवैज्ञानिक परामर्श देने के लिए 800 डॉक्टरों की नियुक्ति करेगी तमिलनाडु सरकार
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इन घटनाओं पर चिंता व्यक्ति करते हुए छात्रों से आत्महत्या के विचारों से दूर रहने की अपील की है।
तमिलनाडु सरकार ने 'मनावर मनसु' योजना के तहत स्कूली छात्रों को मनोवैज्ञानिक परामर्श देने के लिए 800 डॉक्टरों की नियुक्ति करने की घोषणा भी की है।
राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि स्टालिन बुधवार को इस परियोजना का आधिकारिक रूप से शुभारंभ करेंगे।
हेल्पलाइन
आत्महत्या से बचने के लिए इन हेल्पलाइन से ले सकते हैं मदद
आत्महत्या एक गंभीर समस्या है। अगर आप या आपके जानने वाले किसी भी प्रकार के तनाव से गुजर रहे हैं तो आप नीचे दिए नंबरों पर फोन कर मदद प्राप्त कर सकते हैं।
आसरा: यह मुंबई स्थित NGO है, जो परेशान और अवसाद से घिरे लोगों की मदद करता है। हेल्पलाइन नंबर- 91-22- 27546669
स्नेहा इंडिया फाउंडेशन: यह संस्था हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे सेवा देती है। हेल्पलाइन नंबर- 91-44-24640050
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ: हेल्पलाइन नंबर- 18602662345
छात्रों में आत्महत्या
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में देश में 12,500 छात्रों ने आत्महत्या की थी। इसका मतलब देश में हर रोज औसतन 34 छात्र आत्महत्या करते हैं।
कोरोना वायरस महामारी, अचानक से बदली परिस्थितियां, पढ़ाई में आ रही चुनौतियों के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक कारण आत्महत्याओं की संख्या में बढ़ोतरी की वजह बताई गई थीं।
आत्महत्या करने वाले छात्रों में से 53 प्रतिशत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के थे।