
देश में गरीबी देख पाकिस्तानी सेना ने खुद ही की अपने बजट में कटौती
क्या है खबर?
देश में गहरे आर्थिक संकट को देखते हुए पाकिस्तानी सेना ने खुद से ही अपने बजट में कटौती कर ली।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सेना के इस फैसले की जानकारी देते हुए इसका स्वागत किया।
वहीं, सेना ने कहा है कि इससे देश की रक्षा करने की उनकी क्षमता में कोई कमी नहीं आएगी।
पाकिस्तान की जनता में भी खर्च में कटौती के सेना के फैसले की जमकर तारीफ हो रही है और उसे इज्जत के काबिल बताया है।
डाटा
कितना है पाकिस्तान का सैन्य बजट?
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में पाकिस्तान का कुल सैन्य खर्च 11.4 अरब डॉलर रहा था, जोकि उसकी GDP के 4 प्रतिशत के बराबर है। अगर भारत से इसकी तुलना करें तो 2018 में भारत का सैन्य खर्च लगभग 66.5 अरब डॉलर रहा था।
कर्ज
पाकिस्तान पर 90 अरब डॉलर से अधिक विदेशी कर्ज
पाकिस्तान पर इस समय 91.8 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है, जोकि उसकी GDP के 70 प्रतिशत के बराबर है।
6 साल पहले नवाज शरीफ के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से इसमें 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
कुछ दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने उसे 6 अरब डॉलर का बेल आउट पैकेज दिया था।
पाकिस्तान पर पड़ोसी चीन का भी काफी कर्ज है, जिसमें से दो-तिहाई 7 प्रतिशत की उच्च ब्याज दर पर है।
कारण
इन कारणों से बढ़ा आर्थिक संकट
पाकिस्तान का आर्थिक संकट तब ज्यादा गहरा गया, जब डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका ने उसे आर्थिक मदद देना बंद कर दिया।
इसके बाद नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान अपने पहले विदेशी दौरे पर सऊदी अरब आर्थिक मदद के लिए गए।
वह मदद के लिए चीन के पास भी गए, जिसके लिए उनकी काफी आलोचना भी हुई थी।
देश में विदेशी निवेश न आना पाकिस्तान के आर्थिक संकट को और बढ़ा रहा है।
बयान
इमरान ने कहा, विकास के लिए पैसे का इस्तेमाल करेगी सरकार
पाकिस्तान के इसी आर्थिक संकट को देखते हुए सेना ने खुद से अपने खर्च में कटौती की घोषणा की है।
इमरान खान ने मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा, " मैं कई सुरक्षा चुनौतियों के बावजूद आर्थिक संकट की घड़ी में सेना के अगले वित्त वर्ष के अपने बजट में कटौती करने के इस अभूतपूर्व फैसले का स्वागत करता हूं। सरकार इस धन का इस्तेमाल बलूचिस्तान और कबिलाई इलाकों के विकास के लिए करेगी।"
ट्विटर पोस्ट
इमरान ने की सेना के फैसले की तारीफ
I appreciate Pak Mil's unprecedented voluntary initiative of stringent cuts in their defence expenditures for next FY bec of our critical financial situation, despite multiple security challenges. My govt will spend this money saved on dev of merged tribal areas Balochistan.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) June 4, 2019
बयान
सेना ने कहा, देश की सुरक्षा में कोई कमी नहीं आएगी
वहीं, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि कटौती से सेना की क्षमता में कोई कमी नहीं आएगी और वो हर खतरे का असरदार तरीके से जवाब देगी। उन्होंने बलूचिस्तान और कबिलाई इलाकों की भलाई के लिए इसे जरूरी कदम बताया।
आरोप
भारतीय मीडिया पर गलत खबरें चलाने का आरोप
गफूर ने भारतीय मीडिया पर गलत खबर चलाने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने लिखा, "भारतीय फेक मीडिया रक्षा बजट में कटौती के हमारे आंतरिक फैसले को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रही है। भूलिए मत, हम उसी बजट के साथ 27 फरवरी, 2019 वाली सेना ही हैं। हमारे पास जवाब देने की पूरी क्षमता और काबिलियत है। याद रखें ये बजट में कटौती नहीं है, ये सेना का फैसला है और राष्ट्र सेना के पीछे मजबूती के साथ खड़ा है।"
ट्विटर पोस्ट
पाकिस्तानी सेना ने भारत से कहा- हमारे पास जवाब देने की पूरी काबिलियत
Indian fake media busy spinning on our internal def budgeting choice.Don’t forget,we were the same forces with same budget on 27 Feb 19. We hv the capability capacity to respond. Remember, it’s not budgeting, it’s resolve of force the nation firmly standing behind its forces.
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) June 5, 2019
भारत-पाकिस्तान तनाव
क्या हुआ था 27 फरवरी को?
बता दें कि पुलवामा हमले के जवाब में भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसके बाद अगले दिन 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसने की कोशिश की।
इस दौरान हुई हवाई लड़ाई में दोनों देशों का एक-एक विमान गिर गया था और भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया था।
गफूर इसी घटना की बात कर रहे थे।