कोरोना वायरस: लॉकडाउन से पहले तीन दिन में दोगुने होते थे मामले, अब 6.2 दिन में
क्या है खबर?
लॉकडाउन से पहले यहां भारत में कोरोना वायरस के मामले तीन दिन में दोगुने हो रहे थे, वहीं अब ये दर घटकर 6.2 दिन पर आ गई है।
कोरोना वायरस पर होने वाली दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार ने ये बात कही।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि नए मामले आने की रफ्तार में भी 40 प्रतिशत की कमी आई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस
19 राज्यों में मामले दोगुने होने की दर राष्ट्रीय औसत से भी कम
प्रेस कॉन्फ्रेंस में लव ने कहा, "लॉकडाउन से पहले कोरोना वायरस के मामले तीन दिन में दोगुने हो रहे थे। लेकिन पिछले सात दिनों के आंकड़े के अनुसार मामले दोगुने होने की दर 6.2 दिन है। 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मामले दोगुने होने की दर इससे भी कम है।"
उन्होंने ये भी बताया कि भारत में कोरोना वायरस के ठीक होने वाले मरीजों और मरने वाले मरीजों का अनुपात 80:20 है जो कई देशों से बेहतर है।
अन्य आंकड़े
कोरोना की वृद्धि दर में भी आई कमी
लव ने कोरोना वायरस के बढ़ने की दर में 40 प्रतिशत कमी की बात भी कही। उन्होंने कहा, "एक अप्रैल से औसत वृद्धि कारक 1.2 है। 15 मार्च से 31 मार्च के बीच ये 2.1 था। इसका मतलब है कि हमारे टेस्टिंग बढ़ाने के बावजूद औसत वृद्धि में 40 प्रतिशत की कमी आई है।"
उन्होंने कहा कि मरीजों के ठीक होने की दर भी बेहतर हुई है और अब तक कुल मरीजों में से 13.06 प्रतिशत ठीक हो चुके हैं।
बयान
मई के अंत तक भारत में 10 लाख टेस्ट किट बनाने का लक्ष्य- सरकार
टेस्ट और टेस्टिंग किट की कमी पर सवालों के बीच लव ने कहा कि सरकार मई के अंत तक भारत में ही 10 लाख RTPCR टेस्ट किट बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
वैक्सीन
म्यूटेट करने पर भी वायरस पर काम करेंगी विकसित हो रहीं वैक्सीन- ICMR
इस दौरान कोरोना वायरस में म्यूटेशन (परिवर्तन) के सवाल पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रमन गंगाखेड़कर ने कहा, "वायरस भारत में तीन महीने से है, म्यूटेशन इतनी जल्दी नहीं होता है। जो भी वैक्सीन आती है, वह भविष्य में भी काम करेगी।"
बता दें कि किसी वायरस के म्यूटेट करने पर पुरानी वैक्सीन काम करना बंद कर देती हैं और उनमें भी बदलाव की जरूरत होती है।
जानकारी
BCG वैक्सीन पर अगले हफ्ते स्टडी शुरू करेगा ICMR
कोरोना से लड़ने के लिए BCG वैक्सीन के प्रयोग के सवाल पर डॉ गंगाखेड़कर ने कहा, "ICMR अगले हफ्ते एक स्टडी शुरू करेगी। जब तक हमारे पास इसके बारे में कोई पुख्ता नतीजे नहीं होते, हम स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी इसकी सिफारिश नहीं करेंगे।"
स्थिति
भारत में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
भारत में शुक्रवार शाम पांच बजे तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 13,835 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 452 लोगों की मौत हुई है, वहीं 1,767 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है।
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां अब तक 3,205 लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 194 को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है।
दिल्ली में ये आंकड़े 1,640 और 38 है।
रिपोर्ट
मई के पहले हफ्ते में उच्चतम स्तर पर होंगे कोरोना वायरस के मामले
इस बीच केंद्र सरकार के एक मूल्यांकन में सामने आया है कि भारत में कोरोना वायरस के मामले मई के पहले हफ्ते में अपने पीक (उच्चतम स्तर) पर होंगे। इसके बाद मामले कम होना शुरू हो जाएंगे।
इसके पहले सरकार के एक विश्लेषण में भारत की स्थिति अन्य देशों की तुलना में बेहतर होने की बात सामने आई थी। भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर मरीजों और मौतों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले कई गुना कम है।