बीते साल देश में हर दिन 90 नाबालिग लड़कियों का हुआ रेप- NCRB
कड़े कानूनों और सरकारों के तमाम दावों के बाद भी देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों से पता चला है कि देश में पिछले साल हर दिन नाबालिग लड़कियों के साथ रेप हुआ था। NCRB के अनुसार, पिछले साल देश में 33,186 नाबालिग लड़कियों को हैवानियत का सामना करना पड़ा। मध्य प्रदेश में ऐसी सबसे ज्यादा घटनाएं दर्ज हुईं।
मध्य प्रदेश में दर्ज हुए 3,522 मामले
NCRB के अनुसार, 2021 में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 और POCSO कानून की धारा 4 और 6 के तहत 33,186 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 3,522 मामलों के साथ मध्य प्रदेश सबसे आगे है। 3,480 मामलों के साथ महाराष्ट्र दूसरे, 3,435 मामलों के साथ तमिलनाडु तीसरे, 2,749 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश चौथे और 2,079 मामलों के साथ कर्नाटक पांचवें स्थान पर रहा। यानी कर्नाटक में हर दिन पांच नाबालिग लड़कियों के साथ हैवानियत हुई।
312 नाबालिग लड़कों के साथ हुआ रेप
पिछले साल देश में 312 लड़कों का रेप हुआ है। उत्तर प्रदेश में ऐसे सबसे ज्यादा 96, केरल में 74, हरियाणा में 61, तमिलनाडु में 34, पश्चिम बंगाल में 22 और उत्तराखंड में आठ लड़कों के साथ रेप की घटनाएं दर्ज हुईं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाबालिग लड़कियों को भगाने और बाल विवाह जैसे मामले भी POCSO कानून के तहत दर्ज होते हैं और आरोपियों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया जाता है।
POCSO कानून क्या है?
बच्चों के खिलाफ यौन अपराध रोकने के लिए साल 2012 में बाल यौन अपराध संरक्षण कानून (POCSO) कानून बनाया गया था। बच्चों के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों और छेड़छाड़ के मामलों में इस कानून के तहत कार्रवाई की जाती है। इसके तहत सभी अपराधों की सुनवाई विशेष न्यायालय द्वारा बच्चे के माता-पिता की मौजूदगी में होती है। इस कानून में अलग-अलग प्रावधानों के तहत अलग-अलग सजाएं तय की गई हैं।
दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक शहर
NCRB के आंकड़ों में राजधानी दिल्ली को महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक शहर बताया गया है। पिछले साल यहां महिलाओं के खिलाफ कुल 13,892 मामले दर्ज हुए, जो 2020 की तुलना में 40 प्रतिशत से अधिक है। दो करोड़ आबादी वाले दिल्ली में 2021 में अपहरण के 3,948, पतियों द्वारा क्रूरता के 4,674 और बच्चियों से रेप के 833 मामले दर्ज किए गए। ये अन्य महानगरों की तुलना में सबसे अधिक हैं।