छत्तीसगढ़: पॉर्न देखकर 2 महीने तक 8 वर्षीय बच्ची से रेप करते रहे 7 नाबालिग
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ में सात नाबालिगों ने पॉर्न देखने के बाद दो महीने तक बार-बार आठ वर्षीय बच्ची के साथ रेप किया। आरोपियों में से छह पीड़िता के चचेरे भाई हैं और वे पॉर्न देखने के बाद बच्ची का रेप करते थे।
बच्ची के पेट दर्द की शिकायत करने के बाद मामला सामने आया जिसके बाद पुलिस में FIR दर्ज कराई गई है।
ये घटना एक बार फिर से बच्चों में पॉर्न के दुष्प्रभावों को उजागर करते हैं।
मामला
ऑनलाइन पढ़ाई के बहाने पॉर्न देखते थे आरोपी
घटना छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले की है। नाबालिग आरोपी ऑनलाइन पढ़ाई के माध्यम से फोन में पॉर्न देखते थे और फिर उन्होंने अपनी आठ साल की चचेरी बहन पर "प्रयोग" करना शुरू कर दिया, जो जल्द ही सामूहिक दुष्कर्म में बदल गया।
बच्ची के साथ कई बार रेप करने के बाद आरोपियों ने अपने एक दोस्त को भी इस अपराध में शामिल कर लिया और सातों मिलकर बच्ची के साथ दुष्कर्म करने लगे।
खुलासा
पीड़िता को डॉक्टर के पास ले जाने पर हुआ मामले का पर्दाफाश
परिवार को इस अपराध की भनक तब लगी जब पीड़िता को पेट में तेज दर्ज होना शुरू हो गया। लगातार पेट दर्द होने पर उसके माता-पिता उसे डॉक्टर के पास लेकर गए, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस ने कहा कि परिवार में किसी को भनक नहीं लगी कि आरोपी पॉर्न देखते हैं और शुरूआती जांच में सामने आया है कि वे खुद से पॉर्न वेबसाइट्स पर गए थे।
बयान
पुलिस ने बताया दो महीने तक किसी को क्यों नहीं लगी रेप की भनक
इतने बड़े परिवार में दो महीने तक किसी को बार-बार रेप की भनक भी कैसे नहीं लगी, इस पर पुुलिस ने कहा कि सभी के घर आपस में जुड़े हुए हैं और आरोपी कमरे बदल लेते थे। घर में सभी को लगता था कि वे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं या खेल रहे हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "ऐसा लगता है कि आरोपियों ने खेल-खेल में बच्ची को राजी किया और फिर उसका रेप करने लगे।"
कार्रवाई
आरोपियों के खिलाफ POCSO के तहत मामला दर्ज
मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और यौन अपराधों से बच्चों का सरंक्षण (POCSO) के तहत FIR दर्ज की गई है और उन्हें जल्द ही किशोर न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा।
टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के अनुसार, बच्ची के माता-पिता मुकदमे को वापस लेना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार कर दिया और उन्हें समझाया कि ये एक बेहद गंभीर मामला है।
बच्ची को काउंसलिंग दी जा रही है।