छत्तीसगढ़: 12 साल की बेटी ने खाना नहीं बनाया तो नाराज मां-बाप ने की हत्या
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में 12 साल की एक बच्ची की उसके माता-पिता ने ही हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक दिया। पिता ने अपनी बेटी को इसलिए मार दिया क्योंकि वो खाना समय पर नहीं बनाती थी। गुस्से में आकर पिता ने लाठी से बेटी को खूब पीटा। यही नहीं, पुलिस को गुमराह करने के लिए उन्होंने खुद बच्ची की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस ने आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
जून में हुई थी बच्ची की हत्या
28 जून को खाला दरिमा गांव निवासी विश्वनाथ एक्का घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि बेटी ने न तो खाना बनाया है और न ही बैलों को चारा दिया। इसके बाद गुस्साए पिता ने बेटी को लाठी से पीटा, जिससे बच्ची जमीन पर गिर गई और उसका सिर एक पत्थर से टकरा गया। मौके पर ही बेटी की मौत हो गई। माता-पिता ने मिलकर शव को जंगल में फेंक दिया और अगले दिन बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
पोस्टमार्टम में हुआ हत्या का खुलासा
बच्ची के लापता होने की शिकायत पर पुलिस जांच कर रही थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। करीब डेढ़ महीने बाद 26 अगस्त को पिता ने फिर पुलिस को फोन किया और बताया कि लिबरा के जंगल में उसकी बेटी की लाश मिली है। उसने उसकी पहचान कपड़े और चप्पल से की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जिसके बाद रिपोर्ट मे पता चला कि बच्ची की हत्या की गई थी।
आरोपी माता-पिता ने अपना जुर्म कबूल किया
पुलिस अधिकारी ने कहा, मामले में बच्ची के माता और पिता से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल किया। आरोपी माता-पिता को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि कि दोनों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के सबूतों को गायब करना) के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई।
खेती-किसानी करता था आरोपी
आरोपी विश्वनाथ घर चलाने के लिए खेती-किसानी और मजदूरी करता था। उसने बताया कि घटना के बाद पत्नी के साथ मिलकर उसने शव को जंगल में फेंक दिया था। किसी को इस बारे में पता न चले, इसलिए पुलिस से शिकायत भी की।