कोरोना वायरस: दक्षिण अफ्रीका ने कहा- उनके यहां मिला वेरिएंट UK वेरिएंट से अधिक संक्रामक नहीं
दक्षिण अफ्रीका ने अपने यहां पाए गए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के यूनाइटेड किंगडम में पाए गए वेरिएंट के मुकाबले अधिक संक्रामक और खतरनाक होने के दावे को गलत बताया है। UK के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने ये दावा किया था और गुरूवार को इस दावे को खारिज करते हुए दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री ज्वेलिनी मखाइज ने कहा कि यह सच नहीं है और अभी तक इस दावे को साबित करने वाला कोई सबूत नहीं है।
UK के स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा था?
UK के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका से वापस लौटे दो मरीजों में कोरोना वायरस का एक और नया वेरिएंट मि्लने का दावा किया था। उन्होंने इस वेरिएंट को UK में पहले से ही फैल रहे एक अन्य नए वेरिएंट के मुकाबले अधिक संक्रामक बताया था और कहा था कि ये UK वेरिएंट से अधिक म्यूटेट कर चुका है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर तत्काल रोक का ऐलान भी किया था।
दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री बोले- अभी ऐसा कोई सबूत नहीं
अब दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री ज्वेलिनी मखाइज ने हैनकॉक के इस दावे को गलत बताया है। गुरूवार रात को उन्होंने कहा, "अभी ऐसा कोई सबूत नहीं है कि 501.V2 (वेरिएंट) UK वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है, जैसा कि ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दावा किया गया है... इस बात के भी सबूत नहीं हैं कि ये UK वेरिएंट या दुनिया के अन्य किसी वेरिएंट के मुकाबले अधिक गंभीर बीमारी पैदा करता है या मृत्यु दर को बढ़ाता है।"
UK वेरिएंट के एक महीने बाद विकसित हुआ दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट- मखाइज
मखाइज ने अपने बयान में कहा कि ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्री के बयान से ऐसी धारणा बनी है कि UK में दूसरी लहर आने में दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट एक अहम कारक है, जो कि सही नहीं है। अपने दावे के पक्ष में दलील देते हुए उन्होंने कहा कि UK का वेरिएंट दक्षिण-पूर्वी काउंटी केंट में सितंबर में ही सामने आ गया था, वहीं दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट इसके एक महीने बाद विकसित हुआ।
मखाइल ने UK से की यात्रा पर लगाई रोक हटाने की अपील
अपने बयान में मखाइज ने UK से दक्षिण अफ्रीका से यात्रा पर लगाई गई पाबंदियों को हटाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक समुदाय में आम सहमति है कि यात्रा पर प्रतिबंध के नुकसान इसके फायदों से अधिक हैं।
UK वेरिएंट 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक, दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट की हो रही जांच
बता दें कि UK और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के ये नए वेरिएंट कुछ हद तक एक-दूसरे से मिलते-जुलते हैं। UK में पाए गए वेरिएंट को अन्य वेरिएंट्स के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक बताया जा रहा है, वहीं दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट से संबंधित ठोस आंकड़े सामने नहीं आए हैं। अभी तक इनमें से किसी भी वेरिएंट के अधिक खतरनाक होने या फिर वैक्सीनों के इन पर प्रभावी न होने का कोई भी सबूत सामने नहीं आया है।