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नक्सलियों ने जारी किया एक साल में मारे गए सदस्यों का डाटा, जानिए कितनी मौतें हुईं
नक्सलियों ने जारी किया पीछले 1 साल में मारे गए सदस्यों का डाटा

नक्सलियों ने जारी किया एक साल में मारे गए सदस्यों का डाटा, जानिए कितनी मौतें हुईं

Jul 15, 2025
11:59 am

क्या है खबर?

केंद्र सरकार ने देश को मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सुरक्षा बलों की ओर से सघन अभियान चलाया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में अभियान के दौरान 400 से अधिक नक्सलियों की मौत हो चुकी है। इस बीच अब छत्तीसगढ़ में सक्रिय नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने भी एक प्रेस नोट जारी कर पिछले एक साल में हुए नुकसान का खुलासा किया है।

रिपोर्ट

पिछले एक साल में मारे गए 357 नक्सली

नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी की ओर से जारी की गई 24 पन्नों की एक बुकलेट में बताया है कि पिछले एक साल में सुरक्षा बलों से हुई मुठभेड़ में कुल 357 नक्सली सदस्य मारे गए हैं। इनमें 136 महिला सदस्य, 4 केंद्रीय कमेटी (CC) सदस्य और 15 राज्य कमेटी के वरिष्ठ सदस्य भी शामिल हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कुल मृतकों में 281 नक्सली तो केवल दण्डकारण्य क्षेत्र में ही मारे गए हैं।

मौत

किस राज्य में हुई कितनी मौतें?

नक्सल कमेटी की ओर से जारी बुकलेट के अनुसार, पिछले एक साल में दण्डकारण्य के अलावा बिहार और झारखंड में 14, तेलंगाना में 23, आंध्र-ओडिशा विशेष क्षेत्र में 9, महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ (MMC) में 8, ओडिशा में 20, पंजाब और पश्चिमी घाट में 1-1 नक्सली की मौत हुई हे। इसी तरह 4 नक्सली खराब स्वास्थ्य औन अनुचित व्यवहार के कारण, 1 दुर्घटना में और 80 फर्जी मुठभेड़ और 269 घेराबंदी कर किए गए हमलों में मारे गए हैं।

नुकसान

नक्सलियों ने माना अब तक का सबसे बड़ा नुकसान

प्रेस नोट में नक्सलियों ने यह भी स्वीकार किया है कि मौतों का यह आंकड़ा उनके समूह के लिए अब तक का सबसे बड़ा नुकसान रहा है। इसके पीछे सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई, तकनीकी निगरानी और स्थानीय जनता का सहयोग मिलना प्रमुख कारण रहा है। नक्सलियों की ओर से जारी इस बुकलेट में नक्सल आंदोलन की वर्तमान स्थिति, संगठन की चुनौतियां और सुरक्षा बलों की रणनीतियों का विस्तृत विश्लेषण दिया गया है।

आयोजन

नक्सलियों ने किया 'शहीदी सप्ताह' मनाने का ऐलान

प्रेस नोट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में मारे गए नक्सली भाइयों की याद में नक्सली संगठन 28 जुलाई से 3 अगस्त तक 'शहीदी सप्ताह' मनाएगा। इसके तहत नक्सली कई इलाकों में पोस्टर और बैनर लगाकर साथियों की कुर्बानी का जिक्र करेंगे और शोक सभा भी आयोजित करेंगे। बता दें कि मुठभेड़ में भारी मात्रा में गोला और बारूद भी बरामद किया गया है, लेकिन प्रेस नोट में इसका खुलासा नहीं किया गया है।

अलर्ट

'शहीदी सप्ताह' के ऐलान के बाद अलर्ट पर है सुरक्षा एजेंसियां

नक्सलियों की ओर से 'शहीदी सप्ताह' आयोजित करने का ऐलान करने के बाद देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई है। इसके लिए नक्सल प्रभावित और अन्य संवदेनशील क्षेत्रों में पुलिस और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, नक्सल प्रभावित सभी जिलों में नियमित गश्त बढ़ाने और तलाशी अभियान शुरू करने के साथ खुफिया तंत्र को और अधिक सक्रिय किया गया है।

आंकड़ा

सरकारी आंकड़ों में बस्तर में हुई 420 नक्सलियों की मौत

इधर, पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, बस्तर में 1 जनवरी, 2024 से जून 2025 तक अलग-अलग मुठभेड़ में 240 नक्सलियों की मौत हुई है। इनमें से 2024 में 217 और पिछले 6 महीने में 203 नक्सलियों को ढेर किया गया है। नक्सलियों की ओर से अलग-अलग प्रेस नोट में जारी किए गए मौत के आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि संगठन अपने स्पष्ट आंकड़े जारी नहीं कर रहा है। पिछले डेढ साल में नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है।