छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों ने मार गिराए 30 नक्सली, AK-47 समेत कई हथियार बरामद
छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है, जिसमें 30 नक्सलियों की मौत हो गई है। मारे गए नक्सलियों के पास से AK-47 समेत कई हथियार भी बरामद किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस को नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी, जिसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया था।
कई घंटे तक चली मुठभेड़
दैनिक भास्कर के मुताबिक, ये मुठभेड़ ओरछा थाना इलाके के नेंदुर और थुलथुली गांव के बीच जंगल में हुई है। एक दिन पहले नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले से जवानों को नक्सल विरोधी ऑपरेशन पर भेजा गया था। इस दौरान आज 2 घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही। गोलीबारी बंद होने के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया और जवानों ने 14 नक्सलियों के शव समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं।
कई इनामी नक्सली मारे गए
जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और विशेष कार्य बल (STF) के जवानों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (IG) सुंदरराज पी ने बताया कि अबूझमाड़ के थुलथुली गांव के जंगल में सुरक्षाबलों ने 30 नक्सलियों को मार गिराया गया है जिनमें से 14 के शव मिले हैं। बताया जा रहा है कि कई नक्सली घायल भी हुए हैं और कई इनामी नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है।
बीते दिन सुरक्षाबलों ने ध्वस्त किए थे नक्सली कैंप
3 अक्टूबर को भी बस्तर के सुकमा जिले में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के अस्थायी शिविर को ध्वस्त कर बड़ी मात्र में विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किया था। इससे पहले 23 सितंबर को भी सुकमा जिले में मुठभेड़ हुई थी। तब 3 नक्सली मारे गए थे। इस साल अब तक सुरक्षाबलों ने 180 से ज्यादा नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है और 201 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।।
16 अप्रैल को 29 नक्सलियों की हुई थी मौत
इसी साल 16 अप्रैल को कांकेर के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के माड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 15 महिला और 14 पुरुष नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया था। ये उस वक्त तक की सबसे बड़ी नक्सली मुठभेड़ थी, जिसमें कमांडर शंकर राव भी ढेर हो गया था। शंकर पर 25 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए थे। मारे गए सभी नक्सलियों पर कुल 1.78 करोड़ रुपये का इनाम था।