ओमिक्रॉन: दिल्ली के अस्पताल में भर्ती 34 में से 33 मरीज थे पूरी तरह से वैक्सीनेटेड
दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में भर्ती हुए ओमिक्रॉन वेरिएंट के 34 मरीजों में से 33 मरीजों को कोविड वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी थीं। इसके अलावा कम से कम दो मरीज ऐसे थे जिन्हें बूस्टर खुराक भी लग चुकी थी। सभी मरीजों में बुखार, गले में खराश और शरीर में दर्द जैसे हल्के लक्षण देखने को मिले और 18 मरीजों को तो अस्पताल से छुट्टी भी दी जा चुकी है।
वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है ओमिक्रॉन- चिकित्सा निदेशक
लोक नायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने ये जानकारी देते हुए इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "नया वेरिएंट उन लोगों को भी संक्रमित करने में सक्षम है जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है। दो अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को तो mRNA वैक्सीन की बूस्टर खुराक भी लग चुकी थी।" उन्होंने कहा कि अच्छी बात ये है कि अभी तक केवल हल्के लक्षण देखने को मिले हैं और ये वैक्सीनेशन की वजह से हो सकता है।
पहले से ही सामुदायिक स्तर पर फैल रहा ओमिक्रॉन- डॉ कुमार
डॉ कुमार ने कहा कि अस्पताल में भर्ती किए गए तीन मरीजों का अंतरराष्ट्रीय यात्रा का कोई रिकॉर्ड नहीं है, इसका मतलब ओमिक्रॉन वेरिएंट पहले से ही सामुदायिक स्तर पर फैल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर संक्रमण समुदाय में फैलना शुरू हो जाता है तो डर है कि जिन लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है, वे गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं। बता दें कि 57 मरीजों के साथ दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक मामले हैं।
दुनियाभर से मिल रहे सबूत, डेल्टा से अधिक संक्रामक लेकिन कम घातक है ओमिक्रॉन
बता दें कि दुनियाभर से इस बार के सबूत मिल रहे हैं कि ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से अधिक संक्रामक है और ये वैक्सीनों को चकमा देने में काफी हद तक कामयाब रहता है। राहत देने वाली एकमात्र खबर ये है कि इसके डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक और घातक होने के शुरूआती लक्षण मिले हैं और इससे संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती होने की संभावना कम रहती है।
ब्रिटेन में हुई दो स्टडीज में सामने आई ओमिक्रॉन के कम खतरनाक होने की बात
ब्रिटेन में हुई दो स्टडीज ने भी ओमिक्रॉन के कम घातक होने की दलीलों को मजबूत किया है। स्कॉटलैंड में हुई पहली स्टडी में नवंबर और दिसंबर में सामने आए डेल्टा और ओमिक्रॉन के मामलों की तुलना की और पाया कि ओमिक्रॉन के कारण अस्पताल में भर्ती होने का खतरा डेल्टा के मुकाबले दो-तिहाई कम रहता है। इंग्लैंड में हुई दूसरी स्टडी में सामने आया कि ओमिक्रॉन के कारण अस्पताल में भर्ती होने का खतरा 40-45 प्रतिशत कम है।