दिल्ली: आरके पुरम में जहरीली गैस के रिसाव के बाद 7 लोग अस्पताल में भर्ती
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आरके पुरम इलाके में बुधवार रात को जहरीली गैस के रिसाव के बाद आंखों में जलन और बेचैनी की शिकायत पर सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वर्तमान में सभी की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी गैस रिसाव का पता लगाने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा पुलिस अब रसोई गैस सिलेंडर में आग की आशंका पर उसका पता लगाने का भी प्रयास कर रही है।
बुधवार रात को लोगों ने दी थी गैस लीक की सूचना
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) गौरव शर्मा ने कहा कि एकता विहार के कुछ लोगों ने रात करीब 09:15 बजे जहरीली गैस लीक होने की सूचना दी थी। जिसके बाद आरके पुरम के थानाप्रभारी और जांच निरीक्षक अन्य पुलिसकर्मियों के साथ तत्काल मौके पर पहुंच गए। पुलिस की सूचना पर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की टीम भी दो दमकलों को लेकर मौके पर पहुंच गई।
सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया
DCP शर्मा ने कहा, "हम मौके पर पहुंचे तो पांच लोगों ने आंखों में जलन और दो ने बेचैनी होने की शिकायत की थी। उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए सभी को एंबुलेंस के जरिए सफदरजंग अस्पताल पहुंचा दिया गया। वहां अब उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।" उन्होंने कहा, "हमें फिलहाल गैस रिसाव के स्रोत का पता नहीं है और हम अभी भी उसकी जांच कर रहे हैं। जल्द ही स्थिति को स्पष्ट कर दिया जाएगा।"
देर रात तक की गई थी जांच- गर्ग
चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने कहा, "जहरीली गैस की सूचना पर रात करीब 11 बजे तक क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया गया था, लेकिन कहीं भी गैस लीक होने के प्रमाण नहीं मिले। इसके बाद हमने रसाई गैस सिलेंडर में आग या रिसाव की आशंका पर उसकी भी जांच की, लेकिन कुछ नहीं मिला।" उन्होंने कहा, "अभी तक गैस रिवास के स्रोत का पता नहीं चल सका है और अब मामले की जांच पुलिस को सौंप दी गई है।"
गैस रिसाव की सूचना पर घरों से बाहर निकले लोग
गैस रिसाव की सूचना पर पूरे एकता विहार में हड़कंप सा मच गया था। अधिकतर परिवारों के लोग मास्क लगाकर घरों से बाहर निकल आए। पुलिस और दमकल विभाग के गैस रिसाव नहीं होने के बात कहने पर लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने विशेषज्ञों को भी मौके पर बुला लिया, लेकिन रिसाव का पता नहीं चला। विशेषज्ञ लोगों को हुई परेशानी को प्रदूषण से भी जोड़कर देख रहे हैं।