NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / एक्सक्लूसिव खबरें / #NewsBytesExclusive: कोविड-19 ने बदलीं भारतीय कंप्यूटर यूजर्स की जरूरतें- जिंक फाउंडर अर्नव
    अगली खबर
    #NewsBytesExclusive: कोविड-19 ने बदलीं भारतीय कंप्यूटर यूजर्स की जरूरतें- जिंक फाउंडर अर्नव
    ZinQ टेक्नोलॉजीस के फाउंडर अर्नव मुतनेजा

    #NewsBytesExclusive: कोविड-19 ने बदलीं भारतीय कंप्यूटर यूजर्स की जरूरतें- जिंक फाउंडर अर्नव

    लेखन प्राणेश तिवारी
    Jan 25, 2022
    10:26 am

    क्या है खबर?

    भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ रहे कंप्यूटर और IT मार्केट्स में शामिल है और पिछले दो साल में इसने कोविड-19 लॉकडाउन जैसी चुनौतियों का सामना किया है।

    कोविड-19 महामारी के चलते लोगों ने घरों में ज्यादा वक्त बिताना शुरू किया और 'वर्क फ्रॉम होम' से लेकर ऑनलाइन क्लासेज जैसी जरूरतों के चलते IT प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ी।

    न्यूजबाइट्स ने जिंक (ZinQ) टेक्नोलॉजीस फाउंडर अर्नव मुतनेजा से बात की और मार्केट में आए बदलावों को समझने की कोशिश की।

    मार्केट

    अचानक बढ़ गई कई प्रोडक्ट्स की बिक्री

    अर्नव ने बताया कि पिछले एक-डेढ़ साल में मार्केट में बढ़त दर्ज की गई है, लेकिन प्रोडक्ट कैटेगरीज में बदलाव भी देखने को मिले हैं।

    उन्होंने कहा, "हमारी कंपनी को कई IT प्रोडक्ट्स बिकने की उम्मीद कम थी, लेकिन अचानक उनकी मांग बढ़ गई। घरों में डेस्कटॉप सेटअप से आने वाले यूजर्स इसके लिए जिम्मेदार रहे।"

    उन्होंने कहा, "इनपुट डिवाइसेज और लैपटॉप कूलिंग पैड्स की बिक्री इसलिए बढ़ी क्योंकि लोग अपना 'वर्क फ्रॉम होम सेटअप' तैयार कर रहे थे।"

    चुनौती

    शुरू में मार्केट को समझने में लगा वक्त

    जिंक टेक्नोलॉजीस फाउंडर ने बताया कि कोविड-19 की शुरुआत के साथ मार्केट में आए बदलाव को समझने में वक्त लगा।

    उन्होंने कहा, "शुरुआत में नए प्रोडक्ट्स की बढ़ी मांग के चलते प्लानिंग चुनौती बनी क्योंकि इनवेंटरी के लिए सही प्रोडक्ट्स ऑर्डर करना जरूरी था। हालांकि, इसे समझने में ज्यादा वक्त नहीं लगा और हमने नए ट्रेंड्स के हिसाब से अपना प्रोडक्ट पोर्टफोलियो तैयार किया।"

    अर्नव ने बताया कि कंपनी का फोकस मोबाइल एक्सेसरीज के बजाय IT प्रोडक्ट्स पर आ गया।

    एक्सेसरीज

    सामान्य ब्रैंड्स के लिए छोटा हुआ एक्सेरीज मार्केट

    ज्यादातर स्मार्टफोन कंपनियां अपने डिवाइसेज की फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी से जुड़े चार्जर उनके साथ देती हैं। इसके अलावा बाकी मोबाइल एक्सेसरीज भी लेकर आ रही हैं।

    अर्नव ने कहा, "शुरू में हमारा फोकस मोबाइल एक्सेसरीज पर रहा, लेकिन इनकी तुलना में IT प्रोडक्ट्स ज्यादा बिके।"

    उनके मुताबिक, "यूजर्स उसी ब्रैंड की एक्सेसरीज इस्तेमाल करना चाहते हैं, जिसका स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में बाकी ब्रैंड्स के लिए एक्सेसरीज मार्केट अब सामान्य नहीं रह गया है।"

    जानकारी

    इन प्रोडक्ट्स की बिक्री में दिखी बढ़त

    कोविड-19 महामारी के दौर में वेब कैमरा, कीबोर्ड-माउस जैसे इनपुट डिवाइसेज और लैपटॉप कूलिंग पैड की सेल ज्यादा होने की बात अर्नव ने कही। उन्होंने बताया कि वाई-फाई राउटर्स जैसे डिवाइसेज को पावर बैकअप देने वाले राउटर UPS को भी ढेरों लोगों ने खरीदा।

    मैन्युफैक्चरिंग

    भारत में बढ़ी प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग

    अपने टेक ब्रैंड का उदाहरण देते हुए अर्नव ने कहा, "जब हमने 2019 में शुरुआत की तो लगभग पूरी तरह आयात पर निर्भर थे, लेकिन अब हमारी लगभग 90 प्रतिशत प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग भारत में ही हो रही है।"

    प्रोडक्ट्स की क्वॉलिटी से जुड़े सवाल पर उन्होंने बताया कि चीन या दूसरे देशों से आने वाले कंपोनेंट्स को कई क्वॉलिटी चेक्स से गुजरना होता है और कंपनियां अपनी डाटाशीट के हिसाब से अलग-अलग कीमत वाले कंपोनंट्स चुनती हैं।

    सवाल

    चाइनीज ब्रैंड्स का मार्केट शेयर ज्यादा क्यों?

    चाइनीज ब्रैंड्स के भारतीय मार्केट में बड़े शेयर पर अर्नव ने कहा, "चीन मौजूदा इकोसिस्टम के साथ एक ग्लोबल फैक्ट्री की तरह है, जो एक प्रोडक्ट बनाकर दुनियाभर में उसके लाखों यूनिट्स बेचती है। वहीं, भारत में किसी मैन्युफैक्चरर को अपना प्रोडक्ट ब्रैंड एक्सक्लूसिव रखना होता है।"

    उन्होंने कहा, "भारतीय मैन्युफैक्चरर्स सीमित संख्या में प्रोडक्ट्स बनाते हैं और उनसे मिलने वाला प्रॉफिट बढ़ाने के लिए उन्हें कीमत ज्यादा रखनी पड़ती है। प्रोडक्शन ज्यादा हो तो कीमत कम की जा सकेगी।"

    जरूरत

    भारत में इकोसिस्टम तैयार करना जरूरी

    अर्नव मानते हैं कि भारतीय मैन्युफैक्चरर्स को देश में एक इकोसिस्टम तैयार करने की जरूरत है, जिसके लिए सरकार का सहयोग भी लेना होगा।

    उन्होंने कहा, "सरकार भारत में मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कई योजनाएं भी लेकर आई है, जिनमें सेल्स और मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम्स शामिल हैं। अगले पांच से सात साल में भारत ऐसी स्थिति में पहुंच सकता है, जहां कीमत के मामले में स्थानीय और चाइनीज मैन्युफैक्चरर्स एक-दूसरे को टक्कर देंगे।"

    रणनीति

    ब्रैंड्स को बनानी चाहिए अपनी पहचान

    मार्केट में ढेरों विकल्प मौजूद हैं और ऐसे में अर्नव ने भारतीय ब्रैंड्स को पहले अपनी पहचान बनाने की सलाह दी है।

    अर्नव ने कहा, "किसी भी नए ब्रैंड को ऐसे फ्लैगशिप प्रोडक्ट के साथ मार्केट में कदम रखना चाहिए, जो उसकी पहचान बने। खुद को मौजूदा विकल्पों से अलग दिखाने के बजाय अगर बेसिक प्रोडक्ट के साथ कदम रखा जाए तो बड़े ब्रैंड्स को टक्कर नहीं दी जा सकेगी, इसलिए बाकियों से अलग पहचान बनाना जरूरी है।"

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    लेटेस्ट टेक्नोलॉजी
    भारत सरकार
    मेक इन इंडिया
    #NewsBytesExclusive

    ताज़ा खबरें

    सलमान खान ने नहीं की थी स्नेहा उल्लाल की सिफारिश, 20 साल बाद खुला राज सलमान खान
    IPL 2025 में नया नियम, टीमें बाकी मैचों के लिए अस्थायी खिलाड़ी चुन सकेंगी IPL 2025
    भारत स्वदेशी GPU का प्रोटोटाइप इसी साल करेगा तैयार सेमीकंडक्टर
    लैंड रोवर डिफेंडर ने बिक्री में बनाया नया रिकॉर्ड, वित्त वर्ष 2025 में इतनी बिकीं  टाटा मोटर्स

    लेटेस्ट टेक्नोलॉजी

    आ गया सबसे पावरफुल 'स्नैपड्रैगन 8 जेन 1' प्रोसेसर, जानें इसके बारे में सबकुछ सैमसंग
    कार चोरी करने के लिए ऐपल एयरटैग्स का इस्तेमाल, अपने वाहन को ऐसे रखें सुरक्षित कार
    दुनिया की सबसे छोटी हार्ड ड्राइव बन सकता है DNA, चल रही है स्टडी DNA
    वैज्ञानिकों ने बनाया इंसानी चेहरे वाला रोबोट, समझा पाएगा अपनी भावनाएं रोबोट

    भारत सरकार

    मुफ्त वैक्सीनेशन और राशन के लिए सरकार खर्च करेगी 80,000 करोड़ रुपये कोरोना वायरस
    भारत ने चीन से भारतीय नागरिकों को यात्रा की अनुमति देने को कहा चीन समाचार
    क्या है इटली के नौसैनिकों के भारतीय मछुआरों को मारने का नौ साल पुराना मामला? इटली
    भारत में 'मध्यस्थ प्लेटफॉर्म' नहीं रहा ट्विटर, यूजर्स की पोस्ट के लिए हो सकेगी कार्रवाई- रिपोर्ट ट्विटर

    मेक इन इंडिया

    'नारी शक्ति' से लेकर 'शंखनाद' तक, 70वें गणतंत्र दिवस परेड में ये सब हुआ पहली बार भारत की खबरें
    भारत की सबसे तेज ट्रेेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' को 4 फरवरी से दौड़ाने की तैयारी नरेंद्र मोदी
    अगले महीने से शुरू हो सकती है भारत में बने आईफोन Xs, Xs Max की बिक्री भारत की खबरें
    ऐपल ने भारत में आईफोन 6 सीरीज का प्रोडक्शन बंद किया, बड़े मॉडल पर करेगी फोकस भारत की खबरें

    #NewsBytesExclusive

    #NewsBytesExclusive: गौसेवा है समाज में बढ़ती खाई को खत्म करने का माध्यम- पद्मश्री मुन्ना मास्टर जयपुर
    #TokyoDreams: ओलंपिक जा रहे नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो कैसे शुरू किया? नीरज चोपड़ा
    #TokyoDreams: पेंटिंग का शौक रखने वाली राइफल शूटिंग स्टार अंजुम मोदगिल से खास बातचीत ओलंपिक
    #NewsBytesExclusive: इस कारण प्रज्ञान ओझा ने लिया संन्यास, रोहित को बताया बेहतर कप्तान क्रिकेट समाचार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025