कंगना के किसान आंदोलन पर टिप्पणी को लेकर कोर्ट ने दिया ATR फाइल करने का आदेश
बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत फिल्म जगत में अभिनय से लेकर सोशल मीडिया पर अपनी टप्पणियों के लिए चर्चा में बनी रहती हैं। कंगना अच्छे या बुरे कारणों से अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। अब किसान आंदोलन पर किए गए उनकी टिप्पणी को लेकर वह मुसीबत में फंस सकती हैं। पटियाला हाउस कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को किसान आंदोलन के मामले में टिप्पणी को लेकर कंगना पर एक्शन टेकन रिपोर्ट (ATR) दाखिल करने का निर्देश दिया है।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कोर्ट में दर्ज की थी याचिका
दिल्ली गुरुद्वारा सिख कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कोर्ट में कंगना के खिलाफ याचिका दायर की थी। मनजिंदर ने इस याचिका में मांग की थी कि किसानों पर कथित तौर पर आपत्तिजनक ट्वीट करने के लिए अभिनेत्री कंगना पर मुकदमा दर्ज किया जाए। इसी मामले की सुनवाई करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट ने आज दिल्ली पुलिस को मामले में ATR दाखिल करने का आदेश दिया है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 24 अप्रैल को की जाएगी।
याचिका में की गई है कंगना के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग
याचिका में दावा किया गया है कि कंगना की टिप्पणी के बाद किसानों और खासकर सिख किसानों की छवि को नुकसान पहुंचा है। याचिका में कहा गया है कि कंगना ने किसानों को अपनी टिप्पणी में आतंकवादी कहा है। याचिका में मांग की गई है कि कोर्ट दिल्ली पुलिस को कंगना के विरुद्ध IPC की धारा 156(3) के तहत FIR दर्ज करने का निर्देश दे। इसी याचिका पर संज्ञान लेते हुए पटियाला हाउस कोर्ट ने अब आदेश जारी किया है।
पहले कंगना के खिलाफ दिल्ली पुलिस में दर्ज करवायी गई थी शिकायत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, याचिकाकर्ता ने इस मामले में पहले दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करवायी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। इसके बाद मामले को कोर्ट के संज्ञान में लाने के लिए याचिका दायर किया गया था। याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में कहा, "कंगना अगर कोई ट्वीट करती हैं, तो वह मीडिया में भी प्रकाशित होता है। ऐसे में उनका बयान सांप्रदायिक तनाव का कारण बन सकता है।"
कंगना ने किस तरह के दिए थे बयान?
कंगना ने बुजुर्ग महिला के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा था कि ये महिलाएं 100-100 रुपये में आंदोलन में शामिल होने के लिए उपलब्ध हैं। हालांकि, कंगना ने अपने कई ट्वीट बाद में डिलीट कर दिए थे। वहीं, कथित तौर पर उनके कुछ आपत्तिजनक ट्वीट को ट्विटर ने ही हटा दिया था। इसके बाद ही किसान आंदोलन को लेकर किए गए टिप्पणी को लेकर कंगना और गायक दिलजीत दोसांझ के बीच काफी नोकझोंक देखने को मिली थी।
किसान आंदोलन की वजह क्या है?
मौजूदा मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए तीन कानून लेकर लाई है। इनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद के लिए व्यापारिक इलाके बनाने, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडारण सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं। पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनका दावा है कि इन कानूनों जरिये सरकार मंडियों और MSP से छुटकारा पाना चाहती है।