शिक्षक दिवस: UGC ने लॉन्च की 5 रिसर्च ग्रांट और फेलोशिप, ऐसे करें आवेदन
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने सोमवार को शिक्षक दिवस के मौके पर पांच नई रिसर्च और फेलोशिप लॉन्च कीं। इनमें से तीन रिसर्च योजनाएं और फेलोशिप हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स के फैकल्टी मेंबर्स के लिए हैं, जबकि एक डॉक्टरल और एक पोस्ट डॉक्टरल स्कॉलर्स के लिए है। इन सभी फेलोशिप और रिसर्च योजनाओं के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 10 अक्टूबर है। आइए जानते हैं कि इन फेलोशिप और रिसर्च योजनाओं का लाभ उठाने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए।
रिटायर्ड फैकल्टी मेंबर्स के लिए फेलोशिप
UGC की ये फेलोशिप उन फैकल्टी मेंबर्स के लिए है जो रिटायर हो गए हैं। उनके पास फेलोशिप के दौरान कोई प्रशासनिक पद नहीं होना चाहिए। इसके अलावा उनकी आयु 67 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह फेलोशिप कुल 100 उम्मीदवारों को तीन साल तक दी जाएगी। चयनित उम्मीदवारों को हर महीने 50,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा साल में एक बार 50,000 रुपये आपातकालीन स्थिति के लिए दिए जाएंगे।
योग्यता क्या होनी चाहिए?
इस फेलोशिप का लाभ ऐसे उम्मीदवार उठा सकते हैं जिन्होंने PhD छात्रों की रिसर्च सुपरवाइज की हो और जिनके तीन छात्रों ने पिछले 10 सालों में PhD डिग्री हासिल की हो। इसके अलावा उम्मीदवार ने प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर के रुप में स्पॉन्सर्ड प्रोजेक्ट भी संभाला हो।
नौकरी कर रहे फैकल्टी मेंबर्स के लिए रिसर्च ग्रांट
ये ग्रांट रेगुलर फैकल्टी मेंबर्स के लिए है। इसमें 200 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा और उन्हें दो साल तक 10 लाख रुपये का सहयोग प्रदान किया जाएगा। इस स्कॉलरशिप के लिये उम्मीदवार की आयु 50 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवार ने पांच फुल टाइम PhD छात्रों की रिसर्च को सुपरवाइज किया हो और दो स्पॉन्सर्ड रिसर्च पूरी की हों। ये रिसर्च सरकारी या प्राइवेट नेशनल या इंटरनेशनल एजेंसी की तरफ से फंडेड होनी चाहिए।
डॉ डीएस कोठारी रिसर्च ग्रांट
डॉ डीएस कोठारी रिसर्च ग्रांट नए भर्ती हुए फैकल्टी मेम्बर्स को दी जाएगी। इसमें 132 उम्मीदवारों को दो साल के लिये 10 लाख रुपये की फेलोशिप दी जायेगी। इसका लाभ उठाने के लिए उम्मीदवार की PhD कम से कम पांच रिसर्च पेपर के साथ पूरी होनी चाहिए। इसके अलावा उसका असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त होना अनिवार्य है। ध्यान रहे कि उम्मीदवार को PhD पूरी करने के दो साल के अंदर ही इस फेलोशिप के लिये अप्लाई करना होगा।
डॉ राधाकृष्णन UGC पोस्ट-डॉक्टरल फेलोशिप
ये फेलोशिप साइंस, इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ह्यूमैनिटीज, सोशल साइंसेज और इंडियन लैंग्वेजेज में रिसर्च और एडवांस स्टडीज के लिए है। इसमें कुल 900 सीटें हैं। इसका लाभ उठाने के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों की उम्र 35 वर्ष और आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों की उम्र 40 वर्ष होनी चाहिए। इसके तहत चयनित उम्मीदवारों को तीन साल तक हर महीने 50,000 रुपये फेलोशिप और साल में एक बार 50,000 रुपये आपातकालीन स्थिति के लिए दिए जाएंगे।
योग्यता क्या होनी चाहिए?
इस फेलोशिप के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार के पास PhD डिग्री होनी चाहिए। UGC की इस पोस्ट-डॉक्टरल फेलोशिप के लिए यह जरूरी है कि वह पहली बार आवेदन कर रहा हो और उसने पोस्ट ग्रेजुएशन में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक हासिल किए हों।
सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले फेलोशिप फॉर सिंगल गर्ल चाइल्ड
सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले फेलोशिप फॉर सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए सीटों की संख्या निर्धारित नहीं है। ये फेलोशिप पांच साल के लिए होगी। इस फेलोशिप के तहत जूनियर रिसर्च फेलोशिप कर रही अकेली बेटियों को 31,000 रुपये, वहीं सीनियर रिसर्च फेलोशिप कर रही उम्मीदवारों 35,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे। इसके अलावा मानविकी और सामाजिक विज्ञान और साइंस, इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी के उम्मीदवारों के लिए आपातकालीन फंड भी निर्धारित है।
योग्यता क्या होनी चाहिए?
इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार को एक फुल टाइम PhD प्रोग्राम में रजिस्टर्ड होना होगा। इसके अलावा सामान्य वर्ग के उम्मीदवार की अधिकतम उम्र 40 वर्ष और आरक्षित वर्ग के उम्मीदवार की अधिकतम उम्र 45 वर्ष होनी चाहिए।
आवेदन कैसे करें?
UGC की इन स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने के लिए www.frg.ugc.ac.in पर जाएं। इसके बाद रजिस्ट्रेशन करें और सबमिट कर दें। अब आपकी ईमेल आईडी पर रजिस्ट्रेशन संख्या प्राप्त हो जाएगी। इसके बाद दोबारा लॉगिन करें और शैक्षणिक दस्तावेज अपलोड करें। आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपको एक प्रिंटआउट निकालना होगा और अपने संस्थान के रजिस्ट्रार या विभाग के प्रमुख से हस्ताक्षर कराने होंगे। इसके बाद दोबारा लॉगिन करें और साइन किया हुआ पेपर अपलोड करके सबमिट कर दें।