'जवाद' चक्रवात: ओडिशा के 19 जिलों में स्कूल बंद, कई राज्यों में UGC-NET परीक्षा रद्द
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात 'जवाद' के आज उत्तरी आंध्र प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। यह तूफान आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक कोहराम मचा सकता है। इसके चलते ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को राज्य के 30 में से 19 जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। वहीं, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कुछ शहरों में 5 दिसंबर को होने वाली विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (UGC-NET) को रद्द कर दिया गया है।
ओडिशा के इन 19 जिलों में बंद हुए स्कूल
ओडिशा सरकार ने 19 जिलों में सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को चक्रवात 'जवाद' के मद्देनजर 4 दिसंबर को बंद रखने का आदेश दिया। जिन 19 जिलों में स्कूल बंद रहेंगे उनमें गंजम, गजपति, पुरी, नयागढ़, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, कोरापुट, रायगडा, कटक, खोरधा, कंधमाल, क्योंझर, अंगुल, ढेंकनाल, बालासोर, भद्रक, जाजपुर, मलकानगिरी और मयूरभंज शामिल हैं। आदेश के अनुसार, यदि कोई "पहले से नियोजित परीक्षा कार्यक्रम" है, तो इसे "सघन निगरानी में सावधानी के साथ आयोजित किया जा सकता है।"
आंध्र प्रदेश और ओडिशा के इन जिलों में रद्द हुई UGC-NET परीक्षा
जवाद चक्रवात के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में 5 दिसंबर, 2021 को होने वाली UGC-NET परीक्षा रद्द कर दी गई है। दोनों राज्यों को 4 दिसंबर, 2021 को रेड अलर्ट जारी किया गया था। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा यह परीक्षा भुवनेश्वर, गुनपुर, कटक, ब्रह्मपुर, पुरी और विशाखापत्तनम में रद्द की गयी हैं। NTA द्वारा परीक्षा की नई तारीख फिलहाल घोषित नहीं की गयी है। UGC-NET परीक्षा के लिए संशोधित एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट www.ugcnet.nta.nic.in पर जल्द अपलोड होगा।
उम्मीदवार हेल्पलाइन से कर सकते हैं संपर्क
ओडिशा, आंध्र प्रदेश और अन्य सभी राज्यों के अन्य सभी शहरों के लिए परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को NTA की वेबसाइट के संपर्क में रहने की भी सलाह दी जाती है। किसी भी प्रश्न के लिए, उम्मीदवार एनटीए हेल्प डेस्क से 011-40759000 पर संपर्क कर सकते हैं या ugcnet@nta.ac.in पर ईमेल कर सकते हैं। UGC-NET 2021 पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए छात्रों को आधिकारिक वेबसाइट पर निरंतर नजर रखनी चाहिए।
रविवार 11:30 बजे पुरी के दक्षिण में दस्तक देगा चक्रवात जवाद
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात के शनिवार सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंचने की संभावना है। इसके बाद ये ओडिशा और निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के तट के पास उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा और 5 दिसंबर को दोपहर तक पुरी के आसपास के तट पर पहुंचेगा। मौसम अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि चक्रवात रविवार सुबह करीब 11:30 बजे पुरी के दक्षिण में दस्तक देगा।
कैसे होता है चक्रवातों का नामकरण?
बताया जा रहा है कि सऊदी अरब के सुझाव पर इस तूफान का नाम 'जवाद' रखा गया है। जवाद एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ 'उदार' होता है। तूफानों के नामकरण के लिए सदस्य देश अपनी ओर से नामों की जो सूची देते हैं, उनकी अल्फाबेटिकल लिस्टिंग की जाती है। जैसे अल्फाबेट के हिसाब से सबसे पहले बांग्लादेश, फिर भारत और फिर ईरान का नाम आता है, उसी क्रम में सुझाए गए नाम पर चक्रवातों का नामकरण होता है।