साइक्लोन गाजा: एक नजर सरकार और NDRF की तैयारियों पर

तमिलनाडु के तटीय इलाकों में गुरुवार देर शाम तक चक्रवाती तूफान 'गाजा' के पहुंचने की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गाजा तमिलनाडु के कुड्डलूर और पल्बान के बीच पहुंचेगा। इस तूफान के कारण राज्य के कुड्डलूर, पल्बान, नागापट्टिनम, तिरुवरुर, पुडुकोट्टई, रामनाथपुरम जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस चेतावनी के बाद राज्य सरकार और केंद्रीय आपदा राहत बल (NDRF) के अधिकारियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
इस तूफान के कारण सरकार ने मछुआरों को समुंद्र में न जाने की सलाह दी है। तमिलनाडु के साथ-साथ पुडुचेरी में भी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। 30,000 बचावकर्मी और भारतीय नौसेना के दो जहाज (INS रंजीत और INS खंजर) हर परिस्थिती से निपटने के लिए पूरी तरीके से तैयार रखे गए हैं। साथ ही वायुुसेना के हेलीकॉप्टर, आपदा विभाग के गोताखोर, डॉक्टर और राहत साम्रगी को भी तैयार रखा गया है।
4 NDRF teams 4 TNDRF teams positioned in Nagapattinam. We have 380 first responders to respond to the needs of people 159 responders to protect animals. Collector has commenced efforts to evacuate people: Additional Secy, Revenue Admin, Chennai #GajaCyclone pic.twitter.com/3xSlEK2Fkz
— ANI (@ANI) November 15, 2018
आपदाओं के दौरान मानवीय सेवा को तत्पर रहने वाली भारत सरकार की एजेंसी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने गाजा से बचाव के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए बताया कि तूफान के आने से पहले और आने के बाद किस तरह की तैयारियां रखनी चाहिए। विभाग ने अफवाह पर ध्यान न देते हुए रेडियो, टीवी से प्रसारित होने वाले मौसम पूर्वानुमानों को सुनने की अपील की है।
चेन्नई के एडिशनल सेक्रेटरी ने बताया कि गाजा से बचाव के लिए NDRF की चार टीम और तमिलनाडु आपदा राहत बल की चार टीम को नागापट्टिनम में तैनात किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि नागरिकों के बचाव के लिए 380 लोगों की टीम है। साथ ही जानवरों के बचाव के लिए 159 लोगों की टीम तैयार की गई है। सरकार की कोशिश यह है कि गाजा तूफान से जान-माल की कम से कम क्षति हो।
गाजा एक चक्रवाती समुद्री तूफान है। जो बुधवार की देर रात बंगाल की खाड़ी में चेन्नई से करीब 380 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व और नागापट्टिनम से 400 किमी दूर उत्तर-पूर्व में स्थित था। यहां से वह तमिलनाडु की ओर बढ़ रहा है।