छत्तीसगढ़ और मिजोरम में 7 नवंबर को होने वाली NIOS 10वीं और 12वीं की परीक्षा स्थगित
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) की कक्षा 10 और कक्षा 12 की थ्योरी (सैद्धांतिक) परीक्षा में शामिल होने जा रहे विद्यार्थियों के लिए अहम खबर है। संस्थान ने परीक्षा की तारीख को संशोधित किया है। अब 7 नवंबर को होने वाली परीक्षा 9 नवंबर को आयोजित की जाएगी। इस बदलाव को केवल छत्तीसगढ़ और मिजोरम में लागू किया जाएगा। अन्य सभी केंद्रों पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।
क्यों स्थगित हुई परीक्षा?
छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के चलते रायपुर और गुवाहाटी केंद्रों पर आयोजित होने वाली परीक्षा स्थगित की गई है। इस संबंध में NIOS ने अधिसूचना जारी की है। इसके मुताबिक, अन्य केंद्रों में माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा की अवधि और समय पहले की तरह ही रहेगा। NIOS ने ये भी बताया कि दोनों राज्यों में 7 नवंबर को छोड़कर परीक्षा की किसी भी अन्य तारीखों में बदलाव नहीं होगा।
3 अक्टूबर से शुरू हुई थी परीक्षाएं
NIOS की 10वीं और 12वीं की सैद्धांतिक परीक्षाएं 3 अक्टूबर से शुरू हुई थी। 1 नवंबर को 12वीं में हिंदी विषय और 10वीं में लेखांकन की परीक्षा होगी। 2 नवंबर को 12वीं में गणित और 10वीं में गृहविज्ञान की परीक्षा होगी। 6 नवंबर को 12वीं में व्यवसाय अध्ययन और 10वीं में संगीत/सांस्कृतिक भाषा/रोजगार कौशल का पेपर है। 8 नवंबर को 12वीं में खाद्य संसाधन/वेब डिजाइनिंग और 10वीं में बेकरी कन्फेक्शनरी में प्रमाणपत्र के लिए परीक्षा होगी।
7 नवंबर को होनी थी ये परीक्षाएं
7 नवंबर को 12वीं में गृह व्यवस्था/कैटरिंग प्रबंधन/कंप्यूटर और कार्यालय संचालन संबंधित विषय और 10वीं में बेसिक कंप्यूटिंग/सौंदर्य संवर्धन की परीक्षा होनी थी। अब रायपुर और गुवाहाटी केंद्रों में ये परीक्षाएं 9 नवंबर को होंगी। परीक्षा दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक आयोजित होगी। कुछ विषयों के लिए परीक्षा अवधि डेढ़ घंटे रहेगी। दोनों कक्षाओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 16 सिंतबर से 1 अक्टूबर तक आयोजित की गई थी। परीक्षा का परिणाम जनवरी तक आने की संभावना है।
क्या है NIOS?
NIOS भारत सरकार के तहत पंजीकृत एक शिक्षा बोर्ड है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) की तरह NIOS भी बोर्ड परीक्षाओं का संचालन करता है। इसकी स्थापना 1989 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से साक्षरता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई थी। NIOS छात्रों को प्राइवेट मोड में शिक्षा पूरी करने का मौका देता है। वर्तमान में लाखों छात्र इसके माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं।