बोर्ड परीक्षा में आ रही मुश्किल? इस नंबर पर मिलेगा हर परेशानी का हल
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं।
परीक्षा शुरू होते ही छात्र तनाव में आ जाते हैं और कई तरह की परेशानियों से जूझते हैं।
ये समय बच्चों के साथ उनके माता-पिता के लिए भी चुनौतीपूर्ण होता है।
बोर्ड परीक्षा के दौरान बच्चों और उनके अभिभावकों को आने वाले परेशानियों को देखते हुए सरकार की ओर से एक हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है।
आइए जानते हैं इसके बारे में।
हेल्पलाइन
परेशान छात्र इस नंबर पर करें कॉल
मध्य प्रदेश बोर्ड ने हाई-स्कूल और हायर-सेकेंडरी की परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों को राहत देने के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया था।
छात्र टोल-फ्री नंबर 1800-233-0175 पर कॉल कर सकते हैं। छात्र इस नंबर पर परीक्षा के दौरान होने वाले मानसिक तनाव और चिंता के बारे में बात कर सकते हैं।
इसके साथ ही छात्र परीक्षा तैयारी पर मार्गदर्शन ले सकते हैं। इस नंबर पर परीक्षा से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान बताया जाएगा।
कॉल
किसी भी दिन किर सकते हैं कॉल
मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कराए गए इस हेल्पलाइन नंबर पर छात्र किसी भी दिन कॉल कर सकते हैं।
अवकाश वाले दिन भी काउंसलर्स आपकी मदद के लिए तैयार रहेंगे। हालांकि, कॉल करने के लिए छात्रों को समय दिया गया है।
छात्र सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे के बीच कॉल कर सकते हैं। इस हेल्पलाइन नंबर को छात्रों के लिए पूरी तरह निशुल्क रखा गया है।
सवाल
क्या-क्या पूछ सकते हैं?
मध्य प्रदेश बोर्ड की ओर से जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से छात्रों को परीक्षा के दौरान मानसिक तनाव से बचने की जानकारी दी जा रही है।
मंडल की तरफ से समय-समय पर परीक्षा संंबंधी निर्देश बताये जा रहे हैं और किसी भी विषय में परेशानी आने पर विषय विशेषज्ञों से समाधान प्रदान किया जा रहा है।
परीक्षा के दौरान विद्यार्थी अपना आहार-विहार कैसा रखें, इसके बारे में भी बताया जा रहा है।
मानसिक
रिजल्ट के बाद तक चालू रहेगी हेल्पलाइन
यह हेल्पलाइन नंबर परीक्षा के दौरान और परीक्षा खत्म होने तक उपलब्ध रहेगी। रिजल्ट घोषित होने के बाद भी छात्र इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
इस नंबर पर कॉल कर छात्र 12वीं के बाद करियर संबंधी मार्गदर्शन ले सकते हैं। बोर्ड की ओर से विद्यार्थियों की काउंसलिंग के लिए विशेषज्ञ तैनात किए गए हैं।
इन विशेषज्ञों से विद्यार्थियों के साथ ही उनके माता-पिता भी बात कर सकते हैं और विभिन्न समस्याओं का समाधान ले सकते हैं।