मध्य प्रदेश: मॉर्चरी में रखे शवों की आंखें मिलीं गायब, चूहों पर कुतरने का शक
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के सागर में जिला अस्पताल में 15 दिनों के अंदर मॉर्चरी में रखे दो शवों की एक-एक आंख गायब होने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है।
बतौर रिपोर्ट्स, मॉर्चरी में मौजूद चूहों ने इन शवों में से आंखों को कुतर दिया है।
बता दें कि पहली घटना 4 जनवरी की है, जबकि दूसरी घटना 19 जनवरी की बताई जा रही है। मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जांच के आदेश दिए हैं।
मामला
मॉर्चरी में खुले में रखा गया था शव
पहले मामले में बारेलाल गौंड नामक शख्स के परिजन उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद शव को मॉर्चरी में रखवाया गया था।
हालांकि, फ्रीजर ख़राब होने के चलते शव को खुले में एक टेबल पर रख दिया गया था और अगले दिन पोस्टमॉर्टम के दौरान शव की एक आंख गायब मिली। मामला सामने के बाद फ्रीजर को ठीक करवा दिया गया था।
मामला
पोस्टमॉर्टम से पहले गायब मिली एक आंख
दूसरे मामले में रमेश अहिरवार नामक शख्स को घायल में 16 जनवरी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान 17 जनवरी को उसकी मौत हो गई थी।
रमेश के शव को अस्पताल की मॉर्चरी में डीप फ्रीजर में रखवाया गया था, लेकिन जब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए निकाला गया तो उसमें से एक आंख गायब थी। इसके बाद सूचना मिलने पर पहुंचे अस्पताल के अधिकारियों ने जांच की।
जांच
अस्पताल प्रबंधन ने शुरू की जांच
जिला अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर (RMO) डॉ अभिषेक ठाकुर ने बताया कि मृतक के शव को मोर्चरी में फ्रीजर में रखवाया गया था और शव की आंख चूहों द्वारा कुतरने की आशंका है।
उन्होंने कहा कि मॉर्चरी में लगे CCTV कैमरों की फुटेज चेक की जा रही है और इसकी जांच के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ ममता तिमोरी ने चार चिकित्सा अधिकारियों के खिलाफ नोटिस जारी किया है।
आरोप
परिजन ने लगाया मानव तस्करी का आरोप
NDTV के मुताबिक, एक मृतक के परिजनों ने शव में से आंख गायब मिलने पर अस्पताल में जमकर हंगामा किया। परिजनों ने अस्पताल पर मानव तस्करी का आरोप लगाया है, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया।
वहीं चूहे द्वारा आंख कुतरने की बात सामने आने पर परिजन शांत हो गए और शव लेकर चले गए। हालांकि, शवों से आंख गायब होने के मामले पर जिला अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।