मध्य प्रदेश: MPPSC परीक्षा देने वालों के लिए खुशखबरी, अधिकतम आयु सीमा बढ़ी
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन की वजह से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा।
लॉकडाउन के कारण कई प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो सका और इस बीच कई उम्मीदवारों की परीक्षा देने की अधिकतम आयु सीमा निकल गई।
ऐसे उम्मीदवारों की समस्या को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा बढ़ा दी है।
MPPSC
MPPSC में उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा में की गई तीन साल की बढ़ोतरी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले वर्षों में MPPSC की परीक्षाएं नहीं हुई हैं या स्थगित हुई हैं, जिसकी वजह से कई उम्मीदवार ओवरएज (निर्धारित आयु सीमा से अधिक) हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए एक बार के लिए आयोग में परीक्षा देने की जो अधिकतम आयु सीमा है उसे तीन साल के लिए बढ़ाया जाए ताकि बच्चों के साथ न्याय हो सके।
बढ़ोतरी
सिर्फ एक बार के लिए बढ़ाई गई है अधिकतम आयु सीमा
MPPSC में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को बता दें कि सरकार ने यह सुविधा सिर्फ एक बार के लिए लागू की है।
MPPSC की परीक्षा में सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए अधिकतम आयु सीमा 33 साल है। अब एक बार के लिए उन्हें तीन साल की छूट मिलेगी यानी 36 वर्ष तक की आयु वाले उम्मीदवार आयोग की इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
इससे राज्य की सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे कई छात्रों को फायदा होगा।
परीक्षा
कोरोना वायरस के कारण परीक्षा से वंचित रह गए छात्र दोबारा दे सकेंगे परीक्षा
राज्य में हाल ही में कई परीक्षाओं के नए नोटिफिकेशन जारी किए गए हैं, जिसमें उम्मीदवारों को इस छूट का लाभ मिलेगा। कोरोना वायरस के कारण जो छात्र परीक्षा से वंचित रह गए, वे सभी इसमें शामिल हो पाएंगे।
शिवराज ने कहा कि उन्हें कई ऐसे उम्मीदवार मिले हैं जिन्होंने उनसे आग्रह किया था कि परीक्षा न होने के कारण जिन उम्मीदवारों की आयु अधिक हो गई है उनके साथ अन्याय हो रहा है।
उम्मीदवार
चार साल में 17 लाख उम्मीदवार अधिकतम उम्र सीमा को पार कर गए
ABP न्यूज के मुताबिक, महामारी के दौरान MPPSC ने 20 बार से ज्यादा और व्यापम ने 2019 से 2022 के बीच वार्षिक कैलेंडर के हिसाब से 30 बार खाली पदों को भरने के लिए विज्ञप्ति जारी की, लेकिन इस दौरान सिर्फ पांच परीक्षाएं ही आयोजित की गईं।
इसमें करीब 17 लाख उम्मीदवार अधिकतम उम्र सीमा को पार कर गए, जिसमें MPPSC के पांच लाख जबकि व्यापम के 12 लाख उम्मीदवार शामिल हैं।
आयु सीमा
किस वर्ग के लिए कितनी आयु सीमा निर्धारित है?
MPPSC के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि वर्तमान में अनारक्षित श्रेणी के लिए वर्दीधारी पदों (पुलिस और सुरक्षा बलों) के लिए आयु सीमा 33 वर्ष और अनुसूचित जाति (SC), आर्थिक कमजोर वर्ग (EWS) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लोगों के लिए यह 38 वर्ष है।
वहीं अन्य पदों के अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 40 वर्ष और आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए यह 45 वर्ष है।