
IBPS क्लर्क बनना चाहते हैं तो इस तरह करें प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी
क्या है खबर?
बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में क्लर्क पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करता है।
बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी का सपना देखने वाले हजारों छात्र इस परीक्षा में भाग लेते हैं।
परीक्षा का आयोजन 2 चरणों में होता है- प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा।
मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होना जरूरी है।
आइए जानते हैं IBPS क्लर्क के लिए प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न और तैयारी के टिप्स।
प्रारंभिक परीक्षा
प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न क्या है?
IBPS क्लर्क के लिए प्रारंभिक परीक्षा में 3 प्रमुख खंड है- अंग्रेजी भाषा, संख्यात्मक क्षमता और रीजनिंग।
इन तीनों खंड़ों से कुल 100 अंक के सवाल आते हैं, जिन्हें हल करने के लिए 60 मिनट का समय मिलता है।
अंग्रेजी से 30 अंक, संख्यात्मक क्षमता से 35 अंक और रीजनिंग से कुल 35 अंक के सवाल पूछे जाते हैं।
ये परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा है। परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटे जाते हैं।
तैयारी
तैयारी के दौरान याद रखें ये बातें
IBPS क्लर्क प्रारंभिक परीक्षा में 1 खंड को हल करने के लिए केवल 20 मिनट का समय मिलता है।
ऐसे में उम्मीदवारों को समय प्रबंधन पर विशेष काम करना चाहिए।
उम्मीदवार प्रत्येक विषय के महत्वपूर्ण टॉपिकों के नोट्स बना लें।
ध्यान रखें कि परीक्षा में सफलता के लिए पढ़ाई के साथ-साथ रिवीजन करना भी बेहद जरूरी है।
ऐसे में अपनी अध्ययन दिनचर्या में रिवीजन को भी पर्याप्त समय दें। पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल जरूर करें।
अंग्रेजी
अंग्रेजी भाषा की तैयारी
अंग्रेजी के पेपर में सबसे ज्यादा सवाल रीडिंग कॉम्प्रिहेंसन से आते हैं। ये सवाल पढ़ने की समझ पर आधारित है, इन पर सबसे ज्यादा फोकस करें।
इसके अलावा एरर स्पॉटिंग, फिल इन द ब्लैंक्स, पैरा जंबल्स, सेंटेंस करेक्शन और क्लोज टेस्ट से सवाल पूछे जाते हैं।
अंग्रेजी की तैयारी बुनियादी स्तर से शुरू करें। व्याकरण के लिए सही किताबों का इस्तेमाल करें।
अगर व्याकरण अच्छी होगी तो सेटेंस करेक्शन, एरर स्पॉटिंग के सवाल आसानी से हल कर पाएंगे।
रीजनिंग
रीजनिंग की तैयारी
रीजनिंग में सबसे ज्यादा सवाल बैठक व्यवस्था पर पूछे जाते हैं। इनका सबसे ज्यादा अभ्यास करें।
इसके अलावा गणितीय असमानता, कोडिंग-डिकोडिंग, परिवार के सदस्य, पैटर्न और व्यवस्था, दूरी और दिशाएं, संख्या श्रृंखला, रैंकिंग, समानता, सिलोगिज्म से सवाल आते हैं।
रीजनिंग की तैयारी के लिए नियमित रूप से मॉक टेस्ट और पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल करें।
तैयारी की शुरुआत सरल खंड जैसे परिवार के सदस्य, पैटर्न और व्यवस्था, दिशा बोध से करें। इसके बाद कठिन खंडों की तैयारी करें।
गणित
संख्यात्मक क्षमता की तैयारी
संख्यात्मक क्षमता प्रारंभिक परीक्षा का सबसे कठिन खंड माना जाता है।
इसमें अनुपात, समानुपात, गति और दूरी, डाटा व्याख्या, समय और कार्य, औसत, संख्या सरलीकरण और द्विघात समीकरण से सवाल पूछे जाते हैं।
इन सवालों को हल करने के लिए केवल 20 मिनट का समय मिलता है।
ऐसे में उम्मीदवार गणित के सभी बुनियादी सिद्धांत, सूत्र, घनमूल, वर्गमूल, पहाड़े अच्छी तरह याद कर लें।
ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट को हल करें, इससे समय प्रबंधन मजबूत होगा।