पैसे बचाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कभी नहीं होगी तंगी

पैसों की बचत करना बहुत जरूरी है। कई लोगों में पैसे बचाने की आदत होती है और वे कम उम्र से ही पैसा बचाना शुरू कर देते हैं। कई लोग ऐसा नहीं कर पाते, जिस वजह से उन्हें जरूरत के वक्त उधार लेना पड़ता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि पैसों की बचत की जाए। आज हम आपको पैसे बचाने के कुछ तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।
अपनी कमाई शुरू करते हुए इमरजेंसी फंड बनाना शुरू कर दें। यह काफी मददगार साबित हो सकता है। कम आय वाले लोगों के लिए यह बेहद काम आ सकता है। हर महीने अपनी आय में से थोड़ा हिस्सा इमरजेंसी फंड में डालना शुरू कर दें। बीमारी या संकट की घड़ी में यह न सिर्फ आपके काम आएगा बल्कि आपको किसी से उधार लेने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। इसलिए इमरजेंसी फंड में आज से ही पैसा बचाने शुरू करें।
अपने एक महीने के बजट का पूरा हिसाब लगा लें। इसमें अपने खाने-पीने, मनोरंजन, घूमने और दूसरे जरूरी खर्चों को शामिल करें। इसके बाद अगले महीने इसी हिसाब से अपने बजट को प्लान करें और बाकी पैसा सेविंग में डाला जा सकता है। यह आदत डालने के लिए हर महीने एक निश्चित रकम अपने अलग अकाउंट में डाल लें। कोशिश करें कि आपका खर्च इस रकम से ज्यादा न हों। अगर ऐसा होता लगे तो खर्चों पर लगाम लगा लें।
अगर आप सेविंग्स नहीं करते हैं तो धीरे-धीरे शुरुआत करें। सबसे पहले हर हफ्ते कुछ रुपये बचाने की कोशिश करें। इसके बाद धीरे-धीरे महीने में बड़े सेविंग लक्ष्यों की तरफ बढ़े।
कई बार ऐसा होता है कि हर महीने के कुछ फिक्स खर्चें होते हैं, लेकिन हम उनका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। उदाहरण के लिए अगर आपने घर में टीवी का कनेक्शन लिया है, लेकिन आपके पास टीवी देखने का टाइम नहीं है तो उस कनेक्शन को हटा दें। ऐसे ही अगर आपने किसी ऑनलाइन सर्विस को सब्सक्राइब किया है और आप उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो उसे अनसब्सक्राइब कर लें। इससे छोटी-छोटी बचत होना शुरू हो जाएगी।
सही जगह किया गया निवेश बड़ा फायदा दे जाता है। इसलिए सोच-समझकर सही जगह निवेश करें। इससे आपकी सेविंग्स होने के साथ-साथ भविष्य में आपको बड़ा फायदा भी मिल सकता है। नौकरीपेशा लोग PF, EPF में अपनी कमाई का हिस्सा देकर बचत कर सकते हैं।
भारत में बच्चों की अच्छी शिक्षा अधिकतर अभिभावकों की प्राथमिकता में होती है। मार्च-अप्रैल के दौरान स्कूलों में बच्चों के दाखिले का समय होता है। इसलिए अभी से उनकी फीस आदि को लेकर योजना बना लें। वहीं कुछ बच्चे अभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में दाखिला लेंगे, ऐसे में उनकी फीस और दूसरे खर्च बढ़ जाएंगे। इसलिए इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अपने खर्च की योजना बनाएं।