UPSC: श्वेता ने दो बार परीक्षा पास कर छोड़ी नौकरी, तीसरी बार में बनीं IAS
"कौन कहता है आसमान में सूराख नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो"। इस कहावत को चरितार्थ किया है पश्चिम बंगाल की श्वेता अग्रवाल ने। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया 19वीं रैंक हासिल कर लाखों युवाओं के लिए मिसाल कायम की है। उन्होंने ने पहले भी दो बार यह परीक्षा पास की, लेकिन IAS में चयन नहीं हुआ। ऐसे में कड़ी मेहतन कर तीसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली।
जब जन्म के समय परिवार में छा गया था सन्नाटा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब श्वेता का जन्म हुआ तो उनके परिवार में कोई खुशी नहीं थी। परिवार के लोग बेटा होने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उनके मां-बाप ने पूरे मन से बिना किसी भेदभाव के बेटी को खूब पढ़ाया। उन्होंने न सिर्फ बेटी को आर्थिक, बल्कि परवरिश में भी सभी तरह की आजादी दी। श्वेता ने भी UPSC की परीक्षा में टॉप -3 महिला उम्मीदवारों में नाम दर्ज कराकर मां-बाप का नाम रोशन कर दिखाया।
पिता चलाते थे साधारण सी दुकान
श्रेता के पिता एक साधारण ग्रॉसरी दुकानदार होने के बावजूद बेटी की पढाई-लिखाई में कोई समझौता नहीं किया। श्वेता की प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ कॉन्वेंट बैंडल स्कूल से पूरी हुई। इसके बाद उन्होंने कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने मास्टर्स ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (MBA) की डिग्री भी पूरी की। जिसे पूरी करने के बाद उन्हें एक बड़े पैकेज की नौकरी भी मिल गई।
नौकरी छोड़ शुरू की तैयारी तो लोगों ने मारे ताने
श्वेता ने करीब तीन वर्ष तक प्राइवेट सेक्टर में नौकरी भी की, लेकिन उन्हें आत्मसंतुष्टी नहीं मिल पा रही थी। घर की अर्थव्यावस्था अभी सुधर ही रही थी कि उन्होंने नौकरी छोड़ तैयारी करने का मन बनाया। उनके इस फैसले के बाद कई बार उन्हें ताने भी सुनने पड़े, लेकिन माता-पिता ने उनके इस फैसले पर भी उनका पूरा साथ दिया। हालांकि, नौकरी छोड़ घर वापस आने के बाद श्वेता पर शादी करने का अतिरिक्त दबाव पड़ने लगा था।
दो बार और पास कर चुकी थीं UPSC
इससे पहले भी श्वेता अग्रवाल दो बार UPSC की परीक्षा पास कर चुकी थीं,, लेकिन IAS अधिकारी बनने की ख्वाहिश रखने वाली इस बेटी को उसके आगे सब अधूरा लग रहा था। उन्होंने पहली बार में 497वीं रैंक हासिल की थी और दूसरे प्रयास में 141वीं रैंक मिल पाई थी, लेकिन आत्मविश्वास के साथ तीसरी बार उन्होंने 2016 में परीक्षा दी तो इस बार उनकी ऑल इंडिया 19वीं रैंक हासिल की और IAS बनने का सपना पूरा कर लिया।