ऑनलाइन क्लासेस को लेकर नए दिशानिर्देश, 45 मिनट से ज्यादा नहीं पढ़ा सकेंगे शिक्षक
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मंगलवार को स्कूलों द्वारा चलाई जा रही ऑनलाइन क्लासेस के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसे प्रज्ञाता नाम दिया गया है। जारी दिशा-निर्देशों में सभी छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लासेस की अवधि भी तय की गई है। कोई भी स्कूल तय किए गए समय से ज्यादा देर तक ऑनलाइन क्लासेस नहीं लगा सकेगा। इसके साथ ही स्कूल के शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों आदि को विभिन्न क्षेत्रों में सुझाव भी दिए गए हैं।
45 मिनट तय की गई अधिकतम अवधि
दिशा-निर्देशों के अनुसार प्री प्राइमरी छात्रों के लिए 30 मिनट से ज्यादा अवधि की ऑनलाइन क्लासेस नहीं लगाईं जाएंगी। वहीं एक से लेकर 8वीं तक के छात्रों के लिए 30 से 45 मिनट तक की क्लासेस लगानी होंगी। साथ ही दो सत्र से अधिक सत्र में क्लासेस लगाने की अनुमति नहीं है। इसके साथ ही 9वीं-12वीं तक के छात्रों के लिए 30-45 मिनट की अवधि के चार सत्रों की अनुमति दी गई है।
क्यों जारी किए गए दिशा-निर्देश?
मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों में ऑनलाइन या डिजिटल शिक्षा के लिए योजना, समीक्षा, व्यवस्था, मार्गदर्शन और निगरानी आदि के लिए सुझाव भी दिए हैं। बता दें कि ये दिशा-निर्देश अभिभावकों द्वारा ऑनलाइन क्लासेस को लकर जताई गई चिंता को देखते हुए जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण मध्य मार्च से स्कूल बंद होने पर छात्रों को डिजिटल माध्यम से पढा़या जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो।
शिक्षक नहीं दे सकते छह से आठ घंटे तक का समय
दिशा-निर्देश में यह भी कहा गया है स्कूल प्रमुखों को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि शिक्षक एक दिन में छह से आठ घंटे ऑनलाइन शिक्षण के लिए दे पाएंगे। वे उन क्लासेस के लिए रोजाना लगभग दो से तीन घंटे दे सकते हैं। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार स्कूल शिक्षा सचिव अनीता करवाल द्वारा 8 जून को आयोजित की गई बैठक में राज्य सरकारों के साथ इस पर चर्चा की गई थी।
स्कूलों को सर्वेक्षण करने की दी सलाह
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूलों को छात्रों के पास डिजिटल उपकरणों और इंटरनेट कनेक्शन हैं या नहीं, इसका सर्वेक्षण करने के लिए कहा है। इसके बाद ही स्कूलों को क्लासेस लगाने की सलाह दी है ताकि सभी छात्र पढ़ाई कर सके।