IIT, NIT जैसे संस्थानों में आरक्षित सीटों पर सामान्य उम्मीदवारों को नहीं मिलेगा दाखिला- धर्मेंद्र प्रधान
क्या है खबर?
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को एक आदेश में साफ किया कि केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षित वर्ग की सीटों पर ओपन या सामान्य वर्ग के छात्रों को दाखिला नहीं दिया जाएगा।
प्रधान ने इससे संबंधित मामला संज्ञान में आते ही इस पर तत्काल रोक लगाने का आदेश दिया।
इसके साथ ही आरक्षित सीटों पर सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को दाखिले देने वाले संस्थानों से जवाब तलब भी किया गया है।
प्रवेश
आरक्षित श्रेणी की सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करें सभी शिक्षण संस्थान- प्रधान
प्रधान ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) जैसे सभी केंद्रीय संस्थानों को आरक्षित श्रेणी की सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा, "यदि आवश्यक हो तो आरक्षित सीटों के लिए कट-ऑफ कम की जा सकती है और आरक्षित वर्ग की सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए एक अतिरिक्त वर्ष की शिक्षा प्रदान की जा सकती है।"
निर्देश
आरक्षित सीटों की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए CEI को आवश्यक प्रावधान करने के निर्देश
अधिकारीयों के मुताबिक, शिक्षा मंत्रालय को कुछ शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमें दावा किया गया है कि कुछ केंद्रीय संस्थान आरक्षित सीटों पर दाखिला न होने के कारण इन सीटों पर सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को दाखिला दे रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा संस्थान (CEI) को निर्देश दिया कि वह इन आरक्षित सीटों पर अन्य वर्ग के उम्मीदवारों के दाखिले तुरंत बंद करवाए और इन सीटों की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रावधान करे।
कोचिंग
आरक्षित वर्ग के छात्रों को कोचिंग प्रदान करने के निर्देश
टाइम्स ऑफ इंडिया को सूत्रों ने बताया कि प्रधान ने शिक्षण संस्थानों को यह आदेश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि जितनी भी आरक्षित सीटें उनके कॉलेज में हैं, उन पर हकदार छात्रों को प्रवेश मिले।
उन्होंने वंचित छात्रों की मदद के लिए निर्धारित सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपायों का प्रस्ताव भी दिया और प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए आरक्षित वर्ग के छात्रों को कोचिंग प्रदान करने के निर्देश दिए।
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के
AIOBCSA ने PhD कार्यक्रम में OBC आरक्षण की उठाई मांग
दूसरी तरफ ऑल इंडिया OBC स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AIOBCSA) ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में PhD प्रवेश में OBC वर्ग के उम्मीदवारों के आरक्षण की मांग की है।
AIOBCSA के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर बताया है कि विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए PhD कार्यक्रम में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं जिनमें EWS वर्ग को आरक्षण दिया गया है, लेकिन OBC वर्ग के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है।