IIT की तैयारी: अब 'सुपर 30' में होंगी 100 सीटें, देशभर के छात्र ले सकेंगे एडमिशन
क्या है खबर?
देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में एडमिशन की तैयारी के लिए बिहार के आनंद कुमार द्वारा संचालित की जा रही 'सुपर 30' कोचिंग में अगले साल से देशभर के छात्र पढ़ाई कर सकेंगे।
देशभर के वंचित वर्ग के छात्रों के लिए सुपर 30 में सीटों की संख्या बढ़ाकर अगले साल से 100 कर दी जाएगी। पहले इस कोचिंग में सिर्फ 30 छात्र ही दाखिला ले सकते थे।
विशेषताएँ
सुपर 30 की विशेषताएं क्या हैं?
सुपर 30 की स्थापना 2002 में हुई थी। इस कोचिंग में हर साल बिहार के 30 चयनित छात्रों को ट्यूशन, भोजन और आवास प्रदान किया जाता है।
2003 से 2017 के बीच इसके 450 में से 391 छात्रों ने IIT में एडमिशन प्राप्त किया।
इसके संस्थापक आनंद कुमार को दुनिया भर में कई सम्मान मिले हैं। उनके जीवन और उपलब्धियों को 2019 की फिल्म 'सुपर 30' में भी दर्शाया गया है।
बिहार
सुपर 30 में अब बिहार के बाहर के छात्र भी ले सकेंगे एडमिशन- आनंद
समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, सुपर 30 ने बढ़ती मांग को देखते हुए अपनी पहुंच को बढ़ाने का फैसला किया है।
आनंद ने कहा, "बढ़ती मांग को देखते हुए सुपर 30 ने अपनी पहुंच को बढ़ाने का फैसला किया है। अगले साल से एडमिशन केवल बिहार के छात्रों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह अन्य राज्यों के छात्रों के लिए भी खुलेगा। एडमिशन की प्रक्रिया वही रहेगी, यानी प्रवेश परीक्षा के जरिए एडमिशन दिया जाएगा।"
ऑनलाइन शिक्षा
अब ऑनलाइन शिक्षा भी देगा सुपर 30
आनंद ने कहा कि शिक्षा एकमात्र ऐसा रास्ता है जिसके माध्यम से लोग दुनियाभर की समस्याओं का समाधान तलाश सकते हैं।
दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अपनी कोचिंग के विस्तार के संबंध में उन्होंने कहा, "सुपर-30 बिहार में मौजूदा 30 छात्रों की जगह 100 छात्रों को एडमिशन देने की भी योजना बना रहा है। हमने कोरोना वायरस महामारी के दिनों से सबक सीखकर ऑनलाइन जाने का फैसला भी किया है।"
उद्देश्य
महिला सशक्तिकरण भी है सुपर 30 का एक उद्देश्य
आनंद ने कहा कि शीर्ष परीक्षाओं के लिए उम्मीदवारों को तैयार करने के अलावा सुपर 30 यह बदलने की कोशिश करेगा कि लोग महिलाओं को कैसे देखते हैं।
उन्होंने कहा, "हम समाज के वंचित वर्गों के छात्रों को प्रतिष्ठित IIT के लिए तैयार करते हैं, जिसमें लड़कियों को शिक्षित करने पर जोर दिया जाता है क्योंकि इससे उन्हें सशक्त बनाने और महिलाओं के प्रति दूसरों की धारणा बदलने में मदद मिलती है।"
आनंद कुमार
कौन हैं आनंद कुमार?
पटना में जन्मे और पले-बढ़े आनंद ने 1992 में रामानुजन स्कूल ऑफ मैथमैटिक्स (RSM) की स्थापना की।
वहीं गरीब बच्चों की सहायता करने की इच्छा से प्रेरित होकर उन्होंने 2002 में सुपर 30 कोचिंग की स्थापना की।
हर साल वह एक प्रवेश परीक्षा के जरिए चयनित 30 छात्रों को कोचिंग में ट्यूशन, भोजन और आवास प्रदान करते हैं।
आनंद की इस पहल से 2018 तक 481 में से 422 छात्र IIT पहुंच चुके हैं।