बिहार: शुक्रवार को छुट्टी करने वाले स्कूलों की रिपोर्ट तलब; गिरिराज बोले- यह शरिया कानून जैसा
बिहार के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों- पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार और अररिया में पिछले कई सालों से लगभग 500 स्कूलों में रविवार की बजाय शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश होता था, लेकिन अब यहां शायद ऐसा न हो। बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ऐसा करने वाले स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है। सीमांचल में इन चारों जिलों के शिक्षा अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इन स्कूलों की रिपोर्ट जमा करने के संबंध में मौखिक आदेश प्राप्त हुए हैं।
सभी सरकारी स्कूलों की एक दिन होनी चाहिए छुट्टी- भाजपा
बिहार में जनता दल (यूनाइटेड) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। इसमें जहां एक तरफ भाजपा का यह कहना है कि राज्य में सभी सरकारी स्कूलों की छुट्टी एक ही दिन होनी चाहिए और इसे बच्चों के धर्म के आधार पर नहीं करनी चाहिए तो वहीं दूसरी तरफ जद(यू) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) ने यथास्थिति का आह्वान करते हुए कहा कि "परंपरा और मिसाल" बनी रहनी चाहिए।
शुक्रवार को स्कूलों में छुट्टी पर लगाई जाए रोक- गिरिराज सिंह
इस संबंध में शनिवार को पटना पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी शरियत कानून की पहचान है। उन्होंने कहा, "साप्ताहिक अवकाश रविवार है। इसके बावजूद भी शुक्रवार की छुट्टी मनमानी है। नियमानुसार स्कूलों में होली, दीपावली, दुर्गा पूजा सहित अन्य त्यौहारों के लिए अवकाश निर्धारित किया गया है।" उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगाने के साथ ही संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
'उर्दू विद्यालयों में छुट्टी वाकई जरुरी मुद्दा है या अनावश्यक विवाद बनाने की कोशिश..!'
उधर जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ट्विट कर लिखा 'उर्दू विद्यालयों में छुट्टी वाकई जरुरी मुद्दा है या अनावश्यक विवाद बनाने की कोशिश..! छुट्टी पर आपत्ति करने वाले महानुभावों, आप सभी को पता तो होना चाहिए कि शुक्रवार को सिर्फ उर्दू विद्यालयों में ही अवकाश नहीं होता है।' उन्होंने अगले ट्वीट में कहा संस्कृत महाविद्यालयों में भी प्रत्येक महीना के प्रतिपदा और अष्टमी को छुट्टी रहती है।
कुशवाह ने कामेश्वरसिंह-दरभंगा-संस्कृत विश्वविद्यालय का कैलेंडर ट्विटर पर किया पोस्ट
शुक्रवार को छुट्टी करने की परंपरा आजादी से पहले की- शिक्षा अधिकारी
इन जिलों के शिक्षा अधिकारियों ने कहा कि ये स्कूल "परंपरा" के अनुरूप शुक्रवार को वर्षों से बंद हैं - कुछ मामलों में तो आजादी से पहले भी क्योंकि इन इन क्षेत्र में बहुसंख्यक आबादी मुस्लिम है। बता दें कि बिहार में अनुमानित 17 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। किशनगंज में मुसलमानों की आबादी 67 प्रतिशत से अधिक है, अररिया, कटिहार और पूर्णिया में उनके 40-50 प्रतिशत होने का अनुमान है।
किस जिले में कितने स्कूल शुक्रवार को बंद रहते हैं?
अनुमानित तौर पर बिहार में 75,000 सरकारी स्कूल हैं। पुनिया में लगभग 200, अररिया में 229, कटिहार में लगभग 100 और किशनगंज में 37 स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है। इन सभी स्कूलों को ऐसा करने के लिए कोई विशेष सरकारी आदेश नहीं दिया गया है। बता दें कि शुक्रवार को स्कूल बंद रहने के कारण यहां के स्कूलों में रविवार को मीड-डे मिल संचालन किया जाता है।