बिहार: सांप के काटने पर उसको साथ में अस्पताल ले गया शख्स, बोला- इसी ने काटा
आए दिन सांप के डंसने से जुड़े ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिन पर विश्वास करना मुश्किल सा हो जाता है। ऐसा ही एक मामला बिहार से सामने आया है। यहां के एक शख्स को सांप ने डंस लिया था, लेकिन वह इस बात से घबराया नहीं और बहुत ही "बहादुरी" के साथ जिंदा सांप को पकड़कर अपना इलाज करवाने अस्पताल पहुंच गया, जिसके बाद वहां हंगामा हो गया। पूरी खबर पढ़िए।
जिंदा सांप लेकर अस्पतलाल पहुंचा शख्स
यह मामला दीपनगर थाना क्षेत्र के कोरई गांव में रहने वाले 42 वर्षीय सुरेंद्र कुमार का है, जिसे खेत में काम करते समय एक सांप ने डंस लिया था। इसके बाद सुरेंद्र ने सांप को पकड़कर एक कपड़े की पोटली में बांधा और बिहार शरीफ सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गया। वहां के डॉक्टर ने तुरंत उसका इलाज शुरू कर दिया और पूछा कि कैसे सांप ने काटा, तो सुरेंद्र ने डॉक्टर के सामने जिंदा सांप रख दिया।
डॉक्टर को इलाज में दिक्कत न हो, इसलिए सांप को साथ लेकर आया- सुरेंद्र
सांप को देखते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, सुरेंद्र के साथ आए लोगों ने सांप को पकड़कर पोटली में वापस बंद कर दिया, फिर जाकर अस्पताल के सभी लोग जाकर शांत हुए। सुरेंद्र ने कहा, "गांव के लोग कहते थे कि सांप के डंसने का इलाज कराने जाने पर अस्पताल में डॉक्टर अक्सर पूछते हैं कि कौन-सा सांप काटा है, इसलिए मैंने विषैले सांप को जिंदा पकड़ लिया ताकि डॉक्टर को इलाज करने में परेशानी ना हो।"
बारिश में बढ़ जाते हैं सांपों के डंसने के मामले
बारिश के दौरान कई जगहों पर सांप के डंसने के मामले बढ़ जाते हैं। बिहार के अलग-अलग जिलों से रोजाना कोई न कोई ऐसा मामला सामने आ रहा है। हाल ही में यही के कटिहार जिले की पांच वर्षीय बच्ची की सांप के डंसने से मृत्यु हो गई थी और जब सांप पकड़ने वाला सांप पकड़ने के लिए बच्ची के घर पहुंचा तो घर से 40 सांप मिले थे, जिनमें से ज्यादातर सांप के बच्चे थे।
सांप ने डंसा तो व्यक्ति उसके टुकड़े-टुकड़े करके खा गया
सांप से जुड़ा सबसे अजीबो-गरीब मामला जून में सामने आया था। दरअसल, उत्तर प्रदेश बांदा जिले के स्योहत गांव में रहने वाले 49 वर्षीय माताबदल सिंह जब एक शाम खेत से अपने घर लौट रहा था तब रास्ते में सांप ने उसके पैर पर डंस लिया। सांप के डंसने से माताबदल को गुस्सा आ गया, फिर उसने सांप को पकड़कर पहले खूब मरोड़ा। इसके बाद उसके कई टुकड़े करके उसे कच्चा ही खा गया।