गौतम अडाणी कब छोड़ेंगे समूह का चैयरमैन पद और कौन बनेगा उत्तराधिकारी?
अडाणी समूह के चैयरमैन गौतम अडाणी अब 62 वर्ष के हो गए हैं। हाल ही में मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह 70 वर्ष की आयु होने पर इस पद से हटाने की योजना बना रहे हैं। अडानी ने ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में कहा "कारोबार की स्थिरता के लिए उत्तराधिकार बहुत-बहुत महत्वपूर्ण है। मैंने यह विकल्प दूसरी पीढ़ी पर छोड़ दिया है, क्योंकि परिवर्तन सही और बहुत व्यवस्थित होना चाहिए।"
कौन-कौन बन सकता है उत्तराधिकारी?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके बेटे करण (37) और जीत अडाणी (26) तथा उनके चचेरे भाई प्रणव (45) और सागर अडाणी (30) पारिवारिक ट्रस्ट के माध्यम से नामित उत्तराधिकारी हैं। गौतम के सेवानिवृत्त होने के बाद, उनके उत्तराधिकारी जीत, करण, प्रणव और सागर, अडाणी समूह को रखने वाले पारिवारिक ट्रस्ट के बराबर लाभार्थी बन जाएंगे। रिपोर्ट से पता चलता है कि अडाणी समूह की विभिन्न फर्मों में हिस्सेदारी का हस्तांतरण गोपनीय समझौते के माध्यम से होगा।
सबसे अधिक इनकी है संभावना
भविष्य में खाली होने वाले चेयरमैन पद के लिए प्रणव और करण सबसे संभावित उम्मीदवार हैं। वर्तमान में गौतम के बड़े बेटे करण अडाणी पोर्ट्स के प्रबंध निदेशक हैं, जबकि छोटे बेटे जीत अडाणी एयरपोर्ट्स के निदेशक हैं। समूह की वेबसाइट के अनुसार, गौतम के भतीजे प्रणव अडाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक हैं और भतीजे सागर अडाणी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक हैं। बता दें, अडाणी समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 213 अरब डॉलर (17,908 अरब रुपये) है।