अब TRAI की स्टारलिंक को फटकार, कहा- भारत में प्री-ऑर्डर्स लेना बंद करे कंपनी
अमेरिकी अरबपति एलन मस्क की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवा देने वाली कंपनी स्टारलिंक ने भारत में प्री-ऑर्डर्स लेने बंद कर दिए हैं। पिछले सप्ताह डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT) की ओर से कंपनी को भारत में इसकी सेवाओं के लिए जरूरी लाइसेंस लेने को कहा गया था। अब टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने भी स्टारलिंक से भारत में किसी तरह का बिजनेस करने और उससे जुड़ी फीस लेने पर रोक लगाने को कहा है।
TRAI ने स्टारलिंक को लिखा पत्र
ET की रिपोर्ट में TRAI की ओर से 7 दिसंबर को स्टारलिंक को भेजे गए पत्र का जिक्र है। इसके मुताबिक, "स्टारलिंक इंटरनेट सर्विसेज को किसी भी तरह के टेलिकॉम बिजनेस में हिस्सा नहीं लेना चाहिए और फीस नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इसके लिए भारत सरकार के नियामकों से अनुमति लेना जरूरी है।" पत्र में कहा गया है, "किसी भी तरह की ब्रॉडबैंड सेवा भारत में देने के लिए टेलिकॉम सेवाओं से जुड़े नियमों का पालन करना भी अनिवार्य है।"
जनवरी में लाइसेंस ले सकती है स्टारलिंक
स्टारलिंक के इंडिया हेड संजय भार्गव ने बीते दिनों एक लिंक्डइन पोस्ट में कहा है कि स्टारलिंक 31 जनवरी, 2021 से पहले कॉमर्शियल लाइसेंस के लिए अप्लाई करने की योजना बना रही है। कंपनी की ओर से दो गाइड्स भी तैयार की गई हैं, जिनमें से एक इंडिविजुअल्स और प्राइवेट सेक्टर के लिए, वहीं दूसरी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए है। संजय ने बीते दिनों कहा था कि स्टारलिंक को भारत में 5,000 से ज्यादा प्री-ऑर्डर्स मिले हैं।
अगले साल रोलआउट हो सकती हैं सेवाएं
भारत में स्टारलिंक की सेवाएं शुरू होने को लेकर भार्गव ने कहा कि अभी साफ नहीं है कि भारत में इन्हें कब रोलआउट किया जाएगा, हालांकि इसकी शुरुआत साल 2022 में हो सकती है। उन्होंने कहा, "हम साफ नहीं कह सकते कि आपको स्टारलिंक सेवाएं कब मिलना शुरू होंगी लेकिन ध्यान रखें कि स्टारलिंक आपकी जरूरत के हिसाब से सबसे अच्छा ब्रॉडबैंड सॉल्यूशन हो सकता है।" कंपनी ने भारत में स्टारलिंक की मार्केटिंग को लेकर भी कुछ नहीं कहा है।
कंपनी ने प्री-बुकिंग पर लगाई रोक
स्पेस-X की सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा स्टारलिंक के लिए भारत में भी इस साल की शुरुआत से प्री-ऑर्डर शुरू हुए थे। भारत के चुनिंदा शहरों, अहमदाबाद (गुजरात), तदेपलिंगम (आंध्र प्रदेश) और इंदौर (मध्य प्रदेश) में इसकी प्री-बुकिंग का विकल्प मिल रहा था। कंपनी 99 डॉलर (करीब 7,350 रुपये) का रिफंडेबल डिपॉजिट करवा रही थी और यूजर्स को इसके साथ 50Mbps से 150Mbps तक की स्पीड देने का दावा किया गया था। अब भारत में प्री-बुकिंग को रोक दी गई है।
भारत में कम कीमत पर इंटरनेट देगी स्टारलिंक
पिछली रिपोर्ट्स में कहा गया है कि स्टारलिंक की योजना भारत में सब्सिडाइज्ड रेट पर इंटरनेट ऑफर करने की है। स्टारलिंक इंडिया हेड संजय भार्गव ने कहा था कि स्टारलिंक की सेवाएं महंगी हैं और अगर यही कीमत ग्राहकों के लिए भारत में रख दी गई तो यह अफॉर्डेबल नहीं रह जाएगा। संजय ने इस पर जोर दिया था कि भारतीय यूजर्स को सैटेलाइट इंटरनेट का फायदा देने के लिए उसकी कीमत कम रखना जरूरी है।
भारत को टेस्टिंग ग्राउंड बनाना चाहेगी कंपनी
भारत में अलग-अलग भौगोलिक स्थिति वाले क्षेत्र हैं और सुदूर जगहों पर इंटरनेट सेवाएं मोबाइल टावर ना लग पाने के चलते नहीं पहुंच पाई हैं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के मुताबिक, पिछले साल अगस्त तक भारत में 50 प्रतिशत लोगों के पास इंटरनेट का ऐक्सेस नहीं है। स्पेस-X की कोशिश ऐसे देशों में यूजर्स तक इंटरनेट पहुंचाने की है और भारत इस सेवा का अच्छा टेस्टिंग ग्राउंड भी बन सकता है।