अब देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के कुल्हड़ में मिलेगी चाय- पीयूष गोयल
पर्यावरण को मजबूत बनाने की मुहिम में सहयोग करने के लिए भारतीय रेलवे ने बड़ा फैसला किया है। अब देश के सभी रेलवे स्टेशन पर प्लास्टिक के कपों की जगह पर्यावरण के अनुकूल मिट्टी के कुल्हड़ों में चाय वितरित की जाएगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को इसकी जानकारी दी है। उनका कहना है कि रेलवे के इस प्रयास से पर्यावरण को दूषित होने से बचाने में बड़ी मदद मिलेगी और रेलवे इसका पूरी जिम्मेदारी से पालन करेगा।
प्लास्टिक मुक्त भारत की दिशा में होगा बड़ा कदम- गोयल
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे की ओर से ढिगावड़ा-बांदीकुई खंड के बीच कराए गए विद्युतीकरण कार्य के उद्धाटन के लिए अलवर जिले के ढिगावड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि अब देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक के कपों की जगह पर्यावरण के अनुकूल 'कुल्हड़' (मिट्टी के कप) में चाय बेची जाएगी। उन्होंने कहा कि यह पहल प्लास्टिक मुक्त भारत की दिशा में रेलवे का बड़ा योगदान साबित होगी।
पर्यावरण में सुधार के साथ लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार- गोयल
रेल मंत्री गोयल ने कहा कि रेलवे के इस कदम से जहां प्लास्टिक मुक्त भारत का सपना साकार होगा, वहीं तेजी से बिगड़ते पर्यावरण को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे की यह पहल देश में लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। वर्तमान में मिट्टी के कुल्हड़ों की खपत कम होने से इनका निर्माण करने वालों का रोजगार मंदा हो गया है। स्टेशनों पर इनके उपयोग से रोजगार में तेजी आ जाएगी।
वर्तमान में देश के 400 स्टेशनों पर ही काम लिए जा रहे हैं कुल्हड़- गोयल
रेल मंत्री गोयल ने कहा कि वर्तमान में देश के 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ों में चाय बेची जा रही है। ऐसे में रेलवे ने भविष्य में देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ों में ही चाय बेचे जाने की योजना बनाई है। इससे प्लास्टिक मुक्त भारत की मुहिम में योगदान मिलेगा। बता दें कि देश में कुल 7,349 रेलवे स्टेशन संचालित है। ऐसे में यदि इन सभी स्टेशनों पर कुल्हड़ों का उपयोग शुरू होने से पर्यावरण को मजबूती मिलेगी।
नितिन गडकरी ने की थी कुल्हड़ों के उपयोग की मांग
बता दें कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग की सलाह के बाद अगस्त 2019 में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ जैसे मिट्टी के बर्तन के उपयोग को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने का आग्रह किया था। इसके बाद सितंबर 2019 में रेल मंत्री ने देश के 400 स्टेशनों का चयन कर उन पर मिट्टी से बने कुल्हड़ों का उपयोग करने के निर्देश दिए थे।
कुल्हड़ों के उपयोग से यह होता है फायदा
कुल्हड़ों के उपयोग से रेलवे स्टेशन पर गदंगी जमा नहीं होती है और इन कुल्हड़ों के रिसाइकिल मशीनों के मदद से फिर से मिट्टी में तब्दील कर दिया जाता है। इसके अलावा प्लास्टिक के कपों को जलाने के बाद फैलने वाले वायु प्रदूषण का खतरा भी कम हो जाता है। इसी तरह उपयोग लिए गए कुल्हड़ों की मिट्टी को रेलवे अपने निर्माण कार्य में भी काम ले सकता है। इससे रेलवे अपने खर्चों में बचत कर सकता है।