
भारत-ब्रिटेन के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते से भारतीय किसानों को क्या-क्या फायदे होंगे?
क्या है खबर?
भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) ने गुरुवार (24 जुलाई) को मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते से दोनों देशों के बीच हर साल करीब 2,900 अरब रुपये का व्यापार बढ़ेगा। खास बात ये है कि इससे भारतीय किसानों को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है। समझौते के तहत करीब 95 प्रतिशत कृषि और खाद्य उत्पादों पर टैरिफ हटा दिया जाएगा, जिससे भारतीय उत्पादों को ब्रिटेन के बाजारों तक आसान पहुंच मिलेगी।
भारतीय
भारतीय उत्पादों के लिए खुलेगा ब्रिटेन का बाजार
इस समझौते से ब्रिटेन में चाय, आम, अंगूर, मसाले, कटहल, बाजरा, सब्जियां और जैविक जड़ी-बूटियों जैसे भारतीय उत्पादों की मांग बढ़ेगी। अभी ब्रिटेन भारत से लगभग 81 करोड़ डॉलर (लगभग 7,000 करोड़ रुपये) के कृषि उत्पाद मंगाता है, लेकिन समझौते के बाद ये आंकड़ा काफी बढ़ने की उम्मीद है। इससे किसानों को बाजार में विविधता लाने, अच्छे दाम पाने और उत्पादों को नए स्तर पर पहुंचाने का भी मौका मिलेगा।
समुद्री
समुद्री उत्पादों को भी मिलेगा फायदा
FTA के तहत भारत के समुद्री खाद्य जैसे झींगा, टूना और मछली के भोजन पर लगने वाले 4.2 प्रतिशत से 8.5 प्रतिशत तक के टैरिफ हटाए जाएंगे। इससे समुद्री उत्पाद शून्य शुल्क पर ब्रिटेन जा सकेंगे। यह भारत के मत्स्य पालन क्षेत्र को बड़ा मौका देगा, जिससे समुद्री खाद्य का निर्यात तेजी से बढ़ेगा। इस समझौते से मछुआरों और इससे जुड़े किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है।
अन्य
कृषि निर्यात, नौकरियां और टैरिफ में राहत
कृषि निर्यात में अगले 3 सालों में 20 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त की उम्मीद है, जिससे भारत को 2030 तक 100 अरब डॉलर (लगभग 8,600 अरब रुपये) के लक्ष्य को पाने में मदद मिलेगी। वहीं, डेयरी और खाद्य तेल जैसे संवेदनशील उत्पादों को टैरिफ छूट से बाहर रखा गया है। ब्रिटेन से आने वाले उत्पादों पर भी टैरिफ घटेगा, जिससे ब्रिटिश कंपनियों को फायदा होगा। इसके साथ ही समझौते से 2,200 नई नौकरियां भी पैदा होने की उम्मीद है।