ब्रिटिश सांसद ने एस जयशंकर की सुरक्षा चूक का मुद्दा उठाया, खालिस्तानी गुंडों का हमला कहा
क्या है खबर?
लंदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में सेंध लगने का मुद्दा ब्रिटेन की संसद में उठाया गया है।
ब्रिटेन में विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने हाउस ऑफ कॉमन्स में मामले पर बोलते हुए इसे 'खालिस्तानी गुंडों' द्वारा किया गया 'हमला' करार दिया।
ब्लैकमैन ने कड़ा रुख अपनाते हुए घटना को 'लोकतंत्र का अपमान' बताया और मांग की कि गृह सचिव यवेट कूपर गणमान्य मेहमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संसद को संबोधित करें।
विरोध
ब्लैकमैन ने क्या कहा?
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लैकमैन ने कहा, "भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर पर कल उस समय हमला हुआ जब वे एक सार्वजनिक स्थल से निकल रहे थे। उन पर खालिस्तानी गुंडों ने हमला किया। यह जिनेवा कन्वेंशन के खिलाफ है, और ऐसा लगता है पुलिस और सुरक्षाबल सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहे। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसा दोबारा न हो।"
इस पर लेबर हाउस की ओर से हाउस ऑफ कॉमन्स की नेता लूसी पॉवेल ने घटना पर चिंता जताई
चिंता
भारत ने भी चिंता जताई
मामले में ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (FCDO) ने भी निंदा की है। उसने कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों को डराने, धमकाने या बाधित करने का कोई भी प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय ने मामले पर ब्रिटेन के प्रभारी क्रिस्टीना स्कॉट को तलब किया और अपनी गंभीर चिंताएं दर्ज कराईं।
विदेश मंत्रालय ने ब्रिटिश सरकार से "अपने राजनयिक दायित्वों को पूरा करने" का भी आग्रह किया है।
गिरफ्तारी
लंदन पुलिस ने किसी खालिस्तान समर्थक को नहीं किया गिरफ्तार
विदेश मंत्री पर हमले की कोशिश के बावजूद लंदन पुलिस ने आरोपी खालिस्तानी समर्थक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उसे बिना गिरफ्तार किए जाने दिया गया।
लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि अधिकारियों ने समर्थक को तुरंत रोक लिया और रास्ते से हटा दिया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मंत्री बिना किसी और घटना के इलाके से निकल गए और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
बता दें, जयशंकर अपनी 6 दिवसीय ब्रिटेन और आयरलैंड की यात्रा पर हैं।
घटना
क्या है जयशंकर पर हमले के प्रयास का मामला?
विदेश मंत्री जयशंकर जब लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक के कार्यक्रम में शामिल हुए, तो बाहर खालिस्तान के झंडे लिए समर्थक भारत विरोधी नारेबाजी कर रहे थे।
जैसे ही जयशंकर भवन से बाहर निकले, समर्थकों में एक उनकी तरफ तेजी से झपटा। हालांकि, इसी बीच वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया।
खालिस्तानी समर्थक अपने साथ तिरंगा झंडा लिए हुआ था, जिसने उसे जयशंकर के सामने फाड़ दिया। घटना के बाद सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।