
डोनाल्ड ट्रंप के कार आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ का किन भारतीय कंपनियों पर होगा असर?
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में आयात होने वाली विदेशी कारों पर 25 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह स्थायी होगा और 2 अप्रैल से लागू कर दिया जाएगा।
इसका असर कई भारतीय कंपनियों पर पड़ने की आशंका है, जो कार और कार के पूर्जे बनाती हैं।
इनमें टाटा मोटर्स, आयशर मोटर्स, सोना BLW और संवर्धन मदरसन जैसी बड़ी कंपनियों के नाम शामिल हैं।
टाटा मोटर्स
टाटा मोटर्स पर असर पड़ना तय
टाटा मोटर्स अपने वाहन सीधे अमेरिका को निर्यात नहीं करती है, लेकिन इसकी सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) की अमेरिकी बाजार में उपस्थिति है।
2023-24 में JLR ने अपने कुल बिक्री का 22 प्रतिशत हिस्सा अमेरिका में निर्यात किया था। अमेरिका JLR का सबसे बड़ा वैश्विक बाजार है।
अमेरिका में बेचे जाने वाले JLR के वाहन मुख्य रूप से ब्रिटेन और दूसरी अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं में निर्मित होते हैं, जिन पर अब 25 प्रतिशत टैरिफ लगेगा।
कंपनियां
पुर्जे बनाने वाली संवर्धन मदरसन भी होगी प्रभावित
संवर्धन मदरसन ऑटोमोबाइल पुर्जे बनाने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।
मदरसन की यूरोप और अमेरिका दोनों में मजबूत उपस्थिति है और कंपनी टेस्ला और फोर्ड सहित प्रमुख अमेरिकी कार निर्माताओं को पुर्जों की आपूर्ति करती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मदरसन ने अमेरिका और यूरोप दोनों में महत्वपूर्ण स्थानीय विनिर्माण सुविधाएं बनाई हैं, इसलिए यह केवल निर्यात पर निर्भर रहने वाले कंपोनेंट निर्माताओं की तुलना में आयात शुल्क के प्रति कम संवेदनशील है।
जानकारी
आयशर मोटर्स पर भी होगा असर
मनी कंट्रोल के मुताबिक, आयशर मोटर्स पर भी कुछ असर हो सकता है, क्योंकि अमेरिका रॉयल एनफील्ड की 650cc मोटरसाइकिलों के लिए एक प्रमुख निर्यातक बाजार है। आयशर मोटर्स के शेयर की कीमत सुबह करीब 1 प्रतिशत कम हुई है।
सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स
ये कंपनियों भी आ सकती हैं चपेट में
सोना कॉमस्टार ऑटोमोटिव सिस्टम और कंपोनेंट बनाती है, जिसमें डिफरेंशियल गियर और स्टार्टर मोटर शामिल हैं।
कंपनी अपने राजस्व का लगभग 66 प्रतिशत अमेरिका और यूरोपीय बाजारों से प्राप्त करती है।
जोखिमों को कम करने के लिए सोना चीन, जापान और दक्षिण कोरिया में विस्तार कर रही है।
इसके अलावा भारत फोर्ज, संसेरा इंजीनियरिंग लिमिटेड, सुप्रजीत इंजीनियरिंग और बालकृष्ण इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों पर भी फैसले का असर पड़ सकता है।
शेयर
ऑटो कंपनियों के शेयर में गिरावट
फैसले का असर ऑटो कंपनियों के शेयर पर देखने को मिला।
बाजार खुलते ही टाटा मोटर्स का शेयर 6.50 प्रतिशत गिरकर 661.10 रुपये पर आ गया।
इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर भी गिरावट के साथ रेड जोन में खुला और 2728.30 रुपये पर कारोबार करता नजर आया।
आयशर मोटर्स का शेयर भी रेड जोन में खुला और 1.50 प्रतिशत से ज्यादा गिरकर 5,300 रुपये पर आ गया।
निफ्टी ऑटो इंडेक्स में करीब 1.5 प्रतिशत की गिरावट हुई है।