उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद RBI गवर्नर की रेस में शामिल हैं ये नाम
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अभी सरकार को नए गवर्नर की नियुक्ति करनी है। इसमें कुछ समय लग सकता है। माना जा रहा है कि तब तक बैंक के सबसे वरिष्ठ डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन को गवर्नर की जिम्मेदार सौंपी जा सकती है। वहीं कुछ और ऐसे नाम हैं जिन्हें RBI का गवर्नर बनाया जा सकता है। आइये जानते हैं इनके बारे में।
एन एस विश्वनाथन, डेपुटी गर्वनर RBI
साल 1981 में RBI से जुड़ने वाले विश्वनाथन को 2016 में तीन साल के कार्यकाल के लिए डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था। बैंक से जुड़े अधिकारी ने बताया कि जब तक गवर्नर के पद पर किसी की निुयक्ति नहीं हो जाती, तब तक डिप्टी गर्वनर को पदभार सौंपा जाता है। इसलिए माना जा रहा है कि विश्वनाथन को आंतरिक गवर्नर बनाया जा सकता है। डिप्टी गर्वनर बनने से पहले विश्वनाथन बैंक में एग्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत थे।
सुभाष चंद्र गर्ग, आर्थिक मामलों के सचिव
वित्त मंत्रालय के सबसे बड़े नौकरशाह सुभाष चंद्र गर्ग का नाम भी गवर्नर की रेस में शामिल है। गर्ग अभी RBI बोर्ड में शामिल हैं। इससे पहले गर्ग वर्ल्ड बैंक में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रह चुके हैं। अगर गर्ग को RBI गवर्नर नियुक्त किया जाता है तो इसका साफ मतलब होगा कि मोदी सरकार देश के केंद्रीय बैंक पर अधिक नियंत्रण चाहती है। गर्वनर पटेल के इस्तीफे की पीछे की वजहों में से एक कारण यह भी माना जा रहा है।
सुबीर गोकर्ण, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
सुबीर गोकर्ण 2015 से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत के शीर्ष अधिकारी हैं। IMF में जाने से पहले सुबीर 2009-2012 के दौरान RBI के डिप्टी गर्वनर थे। उन्होने अमेरिका की क्लीवलैंड यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में पीएचडी की है। इसके अलावा सुबीर ब्रूकिंग इंडिया में शोध निदेशक और स्टैंडर्ड एंड पूअर के एशिया पैसिफिक में मुख्य अर्थशास्त्री की भूमिका निभा चुके हैं।
शक्तिकांत दास, वित्त मंत्रालय के पूर्व अधिकारी
शक्तिकांत दास 2015 से 2017 के दौरान आर्थिक मामलों के सचिव थे। फिलहाल वे वित्त आयोग के सदस्य और G20 समिट में भारत सरकार के प्रतिनिधि हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें राजस्व विभाग में नियुक्त किया था, इसके बाद उन्हें वित्त मंत्रालय में लाया गया। नोटबंदी के दौरान दास के पास बड़ी जिम्मेदारी थी। फिलहाल दास गर्वनर की रेस में शामिल हैं।
राजीव कुमार, वित्त विभाग के सचिव
वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों में शामिल राजीव कुमार को बैंकिंग सिस्टम की सेहत सुधारने का काम सौंपा गया है। वित्त मंत्रालय में आने से पहले राजीव कार्मिक विभाग में नियुक्त थे। राजीव ने वहां पर नौकरशाही में सुधार के लिए ऑनलाइन सिस्टम की शुरुआत की थी। राजीव ने पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स किया है। फिलहाल राजीव का नाम भी देश के केंद्रीय बैंक के गवर्नर की रेस में शामिल है।